भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए कई दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। इन्हीं नामों में से एक हैं बीजेपी के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय। बीजेपी ने उन्हें मध्य प्रदेश की इंदौर-1 विधानसभा सीट से कैंडिडेट बनाया है। मंगलवार शाम कैलाश विजयवर्गीय ने इस विधानसभा में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी चुनाव लड़ने की एक फीसदी इच्छा भी नहीं है।

पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “इंदौर-1 नंबर के कार्यकर्ता इस विधानसभा को विकास में 1 नंबर बनाएंगे। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं… मुझे जितना समय मिलेगा मैं आऊंगा, जितने दरवाजे जा पाऊं, जाने की कोशिश करूंगा, नहीं जा पाया तो आपकी जवाबदेही है कि इंदौर-1 विधानसभा क्षेत्र का एक भी दरवाजा छूटे नहीं। आप खुद कैलाश विजयवर्गीय बनकर लोग के चरण स्पर्श करके उनसे आशीर्वाद लें और एक रिकॉर्ड जीत यहां पर होनी चाहिए, ये मेरी आपसे अपेक्षा है।”

‘अब हम बड़े नेता हो गए हैं’
उन्होंने आगे कहा, “मेरी चुनाव लड़ने की इच्छा ही नहीं है, एक फीसदी इच्छा नहीं है। एक माइंडसेट होता है न लड़ने का…. अपने को तो जाना है, भाषण देना है… अब बड़े नेता हो गए हम… तो हाथ-वाथ जोड़ने कहां जाएंगे… भाषण देना और निकल जाना…भाषण देना और निकल जाना..ये सोचा था हमने तो… हमने तो प्लान यही बनाया था कि रोज 8 सभा करनी हैं… 5 हेलीकॉप्टर से और 3 कार से… इस तरह 8 सभा करनी हैं इस पूरे चुनाव में और ये सब प्लान भी बन गया था…”

कैलाश विजयवर्गीय ने इसके बाद कहा, “…पर आप जो सोचते हो वो होता कहां है, भगवान की जो इच्छा होती है, वही होता है… तो भगवान की ऐसी इच्छा थी कि मैं चुनाव लड़ूं। एक बार फिर से जनता के बीच में जाऊं। ईश्वर की इच्छा थी कि मैं एक बार फिर से उम्मीदवार बनूं। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे टिकट मिल गया और मैं उम्मीदवार बन गया।”

CM बनने की बात पर क्या कहा?
इसी दौरान समर्थकों के समूह में से जब किसी ने कहा कि सीएम भी बन जाओगे आप तो कैलाश विजयवर्गीय के चेहरे पर मुस्कान आती है वो कहते हैं, “ठीक है वो तो…” इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय एक मंझे हुए नेता की तरह खुद को संभालते हैं और समर्थकों के साथ मिलकर जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाने लगते हैं।