भोपाल: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल स्थित जंबूरी मैदान में लाडली बहना योजना कार्यक्रम के तहत खास कैलेंडर का विमोचन किया. इसके साथ ही जंबूरी मैदान में रक्षाबंधन के मौके पर लाडली बहना सम्मेलन में बहनों के पैर पखारे और उनका पूजन किया. इसके बाद एक संबोधन में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज ये लाडली बहना का महाकुंभ है. आज पूरे एमपी में नारी शक्ति की आवाज गूंजनी चाहिए. सीएम ने कहा कि भाई और बहन का रिश्ता बहुत पवित्र होता है. सभी बहनों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं. संबोधन के दौरान सीएम ने बहनों के लिए गाना (Song) ‘ये राखी बंधन है ऐसा’ भी गाया. उन्होंने कहा कि मैंने आज भी अपनी बहनों के पैर धोकर उस पानी को अपने माथे से लगाया. मां, बहन और बेटी, वंदनीय और पूजनीय है. उनका आदर, मान और सम्मान, मानवता का धर्म है. उनकी जिन्दगी में कोई दुःख न रहे और अगर कोई संकट आए तो भाई उनकी रक्षा के लिए खड़ा रहे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में हमेशा से नारियों का सम्मान रहा है. लेकिन गुलामी का काल आया तो हमारा समाज पुरुष प्रधान हो गया. मुझे बचपन से बेटे और बेटी के बीच भेद देखकर दुःख होता था. मैं सोचता था कि ऐसा क्यों है कि बेटा आए तो खुशी, बेटी हो तो दुःख. सीएम ने बहनों को संबोधित करते हुए ‘नहीं देख सकता है मैं तुझे रोते हुए’ गाना भी गया. उन्होंने कहा कि बहनों की जिन्दगी का दुःख और तकलीफ मिटाना मेरी जिन्दगी का लक्ष्य है. शायद इसीलिए मुझे भगवान ने चौथी बार सीएम बनाया है. उन्होंने कहा कि मैं बहनों में कोई भेद नहीं करता. चाहे वह किसी भी जाति या धर्म की हो. बेटी सबकी होती है. अगर समाज को सशक्त करना है तो हमें बहनों को भी मजबूत बनाना होगा. उन्होंने कहा कि बहनों को सशक्त बनाने के लिए अब तक कई योजनाएं बनाई गई हैं. आगे भी और योजनाएं आएंगी जिससे उनकी मजबूती और बल मिलेगा.