नई दिल्ली: लव मेकिंग यानी अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाना आपके रिश्ते को बेहतर बनाने में आपकी मदद करता है. इसके साथ ही यह बच्चे पैदा करने का तरीका है लेकिन जरुरी नहीं है कि हर कपल बच्चा ही चाहता हो. ऐसा भी नहीं है कपल्स को बच्चे बुरे लगते हो लेकिन कुछ आर्थिक कारणों से, व्यक्तिगत पसंद या स्वास्थ्य कारणों से हो सकता है कि कुछ कपल दूसरा बच्चा पैदा करना न चाहते हों.

ऐसे में सबसे कारगार होती है पुरुषों की नसबंदी. इसे परिवार नियोजन का सबसे बेस्ट तरीका माना जाता है. लेकिन जरुरी नहीं कि ये तरीका हरबार कामयाब हो जाए. कई दफा नसबंदी के बावजूद महिला प्रेगनेंट हो जाती है. ऐसा एक अजीबोगरीब मामला इन दिनों सामने आया है.

‘मिरर’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक शादीशुदा दंपति अंबर और कैनेडी के साथ हुआ और नसबंदी के 23 दिन बाद ही महिला हो गई. इस घटना का हैरान कर देने वाला वीडियो कपल ने टिकटॉक पर शेयर किया, जहां उन्हें चार लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं. इस वीडियो में अंबर ने बताया कि उनके पति ने बीते 29 अगस्त को उनके पति ने अपनी नसबंदी करवाई थी और इसके साथ ही 21 सितंबर को जब पत्नी ने अपनाया टेस्ट करावाया तो वह प्रेगनेंट निकली.

इस वजह से नसबंदी के बावजूद प्रेगनेट हो जाती है महिला
कपल टिकटॉक पर @kennedyandme यूजरनेम से अपने वीडियो शेयर करता है. अब आपके मन में सवाल तो जरुर उठ रहा होगा कि यह सब कैसे हो गया. ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार नसबंदी की पूरी प्रकिया में कम से कम तीन महीने का समय लगता है.इसके बाद सीमेन का सैंपल लिया जाता है और इसके बाद सैंपल में स्पर्म है या नहीं, इस बात की जांच की जाती है. इसी टेस्ट के जरिए साबित होता है कि नसबंदी कामयाब हुई की नहीं.

इस मामले पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसन डिपॉर्टमेंट के प्रोफेसर डॉ.जुगल किशोर ने बताया कि नसबंदी के लगभग तीन महिनों तक कपल को परहेज करने की सलाह दी जाती है या फिर भी कपल अगर संबध बनना चाहता है तो उसे गर्भनिरोधक वस्तुओं का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है क्योंकि स्पर्म अधिवृषण (Epidydimis) में स्टोरड रहते हैं. जिस कारण महिला के वापस प्रेगनेट होने की संभवाना रहती है.