जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले से जुड़ा एक बेहद भावुक और झकझोर देने वाला वीडियो सामने आया है। यह वीडियो इतना दर्दनाक है कि उसे दिखाया नहीं जा सकता, लेकिन इसमें जो बातें कही गई हैं, वो इस हमले की क्रूरता को बयां करती हैं।
धर्म पूछा और फिर गोलियां चलाईं
वीडियो में एक महिला जोर-जोर से रोती हुई मदद की गुहार लगा रही है। वह एक स्थानीय व्यक्ति से कहती है कि आतंकियों ने वहां मौजूद लोगों से उनका धर्म पूछा और फिर गोलियां चलाईं। महिला बताती है, “मैं और मेरे पति वहां बैठकर भेल खा रहे थे। तभी आतंकी आए और बोले कि ये मुस्लिम नहीं लगते, इन्हें गोली मार दो- और मेरे पति को गोली मार दी।”
‘कोई मेरे बेटे को बचा लो’
एक दूसरी महिला वीडियो में अपने घायल पति को कुर्सी पर बिठाकर लोगों से मदद मांगती दिखाई देती है। वो कहती है, “प्लीज मेरी मदद करो, इन्हें गोली लगी है।” तीसरी महिला तो अपने बेटे को बचाने की फरियाद करती नजर आती है। वो रोते हुए कहती है, “कोई मेरे बेटे को बचा लो।” जब एक स्थानीय व्यक्ति उससे पूछता है कि बेटा कहां है, तो वह घास के मैदान की ओर इशारा करके बताती है। उस व्यक्ति ने उसे दिलासा देते हुए कहा, “आप चिंता मत करें, हम मदद के लिए हैं।”
गृहमंत्री अमित शाह ने बुलाई हाईलेवल बैठक
हमले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में सेना, खुफिया एजेंसियों (इंटेलिजेंस), गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य हमले के बाद की स्थिति की समीक्षा करना, सुरक्षा इंतज़ामों को और पुख्ता करना और भविष्य की रणनीति तय करना है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर दौरे पर भी जा सकते है।
हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा: अब्दुल्ला
इस हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर इसे “कायराना और अमानवीय” हमला बताया। उन्होंने कहा, “यह हमारे पर्यटकों पर किया गया एक घृणित हमला है। मैं स्तब्ध हूं। हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” बता दें कि पहलगाम इलाके में हुए इस हमले में एक की मौत हो गई, जबकि कम से कम 12 पर्यटक घायल हो गए हैं।