रायपुर। स्वछता रैंकिंग में देशभर में लगातार तीसरी बार टॉप रहने वाले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बेहद गदगद हैं। उन्होंने इसे राज्य के लिए बड़ा दिन बताते हुए कहा कि गुजरात मॉडल फेल हो गया है और अब छत्तीसगढ़ वाला काम करेगा। बघेल ने कहा, आज छत्तसीगढ़ के लिए बड़ा दिन है, क्योंकि राज्य को लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति से सबसे साफ राज्य का पुरस्कार मिला है। अलग-अलग श्रेणी में राज्य को करीब 67 पुरस्कार मिले हैं। गुजरात मॉडल फेल हो गया है, अब छत्तीसगढ़ वाला काम करेगा। केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर को लगातार पांचवीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया जबकि छत्तीसगढ़ ने सबसे स्वच्छ राज्य का स्थान बरकरार रखा। वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 के परिणामों की घोषणा शनिवार को की गई । स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा स्थान सूरत को और तीसरा स्थान विजयवाड़ा को प्राप्त हुआ। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सर्वेक्षण में ”स्वच्छ गंगा शहर” की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस श्रेणी में बिहार के मुंगेर को दूसरा और पटना को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। वाराणसी को पिछले वर्ष भी इस श्रेणी में यहीं पुरस्कार प्राप्त हुआ था।    

  स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में इंदौर और सूरत ने अपना स्थान बरकरार रखा हालांकि नवी मुम्बई स्वच्छ शहर की श्रेणी में तीसरे स्थान से चौथे स्थान पर आ गई। सर्वेक्षण में महाराष्ट्र को कुल 92 पुरस्कार प्राप्त हुए जबकि छत्तीसगढ़ को 67 पुरस्कार मिले। मंत्रालय के अनुसार, नौ शहरों इंदौर, सूरत, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, नवी मुम्बई, अंबिकापुर,मैसूरू, नोएडा, विजयवाड़ा और पाटन को कचरा मुक्त शहर की श्रेणी में 5 स्टार रेटिंग वाले शहर के रूप में प्रमाणित किया गया । 143 शहरों को 3 स्टार रेटिंग वाले शहर का दर्जा मिला।

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