ग्वालियर। संकट की घडी में राज्य सरकार हर बाढ प्रभावित के साथ हैं, बाढ प्रभावित अपने आपको अकेला न समझें, बाढ प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिये प्राथमिकता से कार्य कर रही है और जिन परिवारों के घर ढह गये हैं उनके लिये छत की व्यवस्था करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उक्त उदगार आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यक्त किये। वह ग्वालियर के डबरा, भितरवार व मोहना में बाढ प्रभावित स्थिति का जायजा लेने पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने बाढ प्रभावितों से कहा कि आपके नुकसान का आंकलन करके भी आपको राहत की राशि दी जाएगी। तत्काल भोजन के लिए आधा-आधा कुंटल राशन हर परिवार को दिया जाएगा ताकि तत्काल भोजन का काम चल सके।
कपड़े लत्ते, बर्तन भाड़े का भी करवाएंगे उसकी भी राहत की राशि भी दी जायेगी।
और तीसरी बात ’फसल अगर हमारी नष्ट हुई है तो उसके भी नुकसान का आंकलन करके उसकी राहत राशि अलग दी जाएगी वह राहत की राशि भी देंगे’
’अगर कुआं और बांकी कोई चीज नष्ट हुआ हो, नलकूप हो तो उसके भी 25 हजार दिए जाएंगे’
और ’मवेशी अगर बह गई हो गाय,भैंस, बैल के लिये 30 हजार दिए जाएंगे एक मवेशी के’
और ’उससे अगर छोटे बछड़े-बछड़ी हुए तो उसके भी 10 हजार दिए जाएंगे’
अचानक आसमान से आपदा आई, भयंकर वर्षा के कारण जो बाढ आई उसमें हमारा सब कुछ नष्ट हो गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज आपसे यह कहने आया हूं मुसीबत और परेशानी है लेकिन आपदा में आंसू मत बहाना। इस मुसीबत के पार आपको ले जाएंगे।
कोई कसर छोड़ेंगे नहीं, मैं आपकी तकलीफ जानता हूं। इसलिए कह रहा हूं आंसू की जरूरत नहीं है।
उन्होने कहा कि जिनके घर टूट गए हैं, घर बह गए हैं, घर गिर गए हैं, उनके मकान नए बनवाए जाएंगे। बिल्कुल चिंता मत करना, उसकी व्यवस्था हम कर रहे हैं।
मैं जानता हूं थोड़ी दिन मुसीबत में रहेंगे। मकान एकदम नहीं बन सकते लेकिन जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान के लिए राशि दी जाती हैए वैसे मकान बनवाने के लिए आपको राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करके ही चैन की साँस लेंगे, उन्होने घरों में भोजन बनाने की स्थिति बनने तक भोजन प्रदाय सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। प्रत्येक परिवार को 50 किलो गेहूँ उपलब्ध कराया जाए, जिन परिवारों के घर ढह गये हैं उनके रहने की व्यवस्था आवश्यक
उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार बाढ की निरंतर जानकारी ले रही है
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उप राष्ट्रपति एम. वैंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर स्थिति की सतत जानकारी ले रहे हैं। केंद्र से हरसंभव सहयोग प्राप्त हो रहा है। मोबाइल नेटवर्क तथा रेल मार्ग पुन: स्थापित करने में त्वरित रूप से सहायता प्राप्त हो रही है।
राहत शिविरों में भोजनएपेयजल और उपचार की व्यवस्था हो
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राहत शिविरों में भोजन, पीने के पानी, पर्याप्त दवाओं, बीमार व्यक्तियों के परीक्षण और उपचार की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि राहत शिविरों में बीमारी नहीं फैले।
वर्चुअली सम्मिलित हुए मंत्री
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी कलेक्टर तथा प्रशासनिक अमला पूर्ण दक्षता व युक्ति से राहत और बचाव कार्यों का क्रियान्वयन करें। यह परीक्षा की घडी है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस तथा अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी और शयोपुर की स्थिति की वर्चुअली जानकारी ली। ग्वालियर से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, भिंड से सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदोरिया, मुरैना से उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह और शिवपुरी से खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया वीडियो कांफ्रेंस में वर्चुअली सम्मिलित हुए। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया ने भी कांफ्रेंस में भाग लिया।
राहत और बचाव कार्य जारी
वीडियो कांफ्रेंस में अवगत कराया गया कि एनडीईआरएफ की 3-3 टीमें क्रमश: शिवपुरी, मुरैना और भिंड में बचाव और राहत कार्य में जुटी हैं। वायु सेना के 5 हेलीकॉप्टर भी कार्यरत हैं। नावों से बचाव कार्य जारी है। आज प्रात: 5.30 बजे से आरंभ हुए बचाव कार्य में 221 लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुँचाया गया। एनडीईआरएफ, एसडीईआरएफ, बीएसएफ भी जिलों में लगातार बचाव के कार्य में लगी हैं।
अफवाह फैलाने वालों पर एफआईआर दर्ज की जाए
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि क्षेत्र में बांध टूटने की अफवाहों से लोगों में भय और भगदड़ का माहौल बनता है। अफवाहों पर नियंत्रण करने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं। अफवाह फैलाने वालों पर एफण्आईण्आरण् दर्ज की जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कोटा बैराज की स्थितिए बांध से छोडे जा रहे पानी और उसके भिंड एवं मुरैना में होने वाले संभावित प्रभाव की जानकारी भी ली।
जिला कलेक्टरों ने दी जानकारी
वीडियो कांफ्रेंस में श्योपुर कलेक्टर ने बताया कि प्रारंभिक आंकलन के अनुसार 89 ग्राम के लगभग 19 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक 5 जनहानि की सूचना है। शिवपुरी में 200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने का कार्य जारी है। दतिया कलेक्टर ने अवगत कराया कि 36 गाँवों के 12 हजार परिवार प्रभावित हुए हैं। जिले में 8 राहत शिविर संचालित हैं। कुल 1165 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। बचाव कार्य पूरा हो गया है। ग्वालियर में 46 गांव प्रभावित हुए हैं और 7 केम्प में 1500 लोग मौजूद हैं। गुना में 27 और मुरैना में 15 केम्प संचालित हैं। जल-स्तर नीचे उतर रहा है।