मुंबई। धनतेरस के मौके पर देशभर के बाजारों में जबरदस्त रौनक रही और लोगों ने दिल खोलकर खरीदारी की। सोना-चांदी के अलावा वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, बर्तन, कपड़ों समेत अन्य उत्पादों की अच्छी खरीद-बिक्री हुई। इस साल सोने और चांदी की कीमतों में इस साल सबसे तेज उछाल आया है और लगातार नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। सोने ने 81,000 रुपये का आंकड़ा छू लिया है और चांदी भी एक लाख रुपये तक पहुंच गई है। जानकारों का कहना है कि अगर तेजी का यह दौर आगे भी जारी रहता है तो अगली दीवाली तक सोना एक लाख के पार पहुंच सकता है। चांदी भी चमत्कार करेगी और सवा लाख से 1.30 लाख का स्तर छू सकती है।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक, इस साल धनतेरस पर करीब 60 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। पिछले साल लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। कारोबार में 20 फीसदी का उछाल संभव है।

22,500 हजार करोड़ के सोना-चांदी बिके
ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि कीमतों में तेजी के बावजूद इस धनतेरस पर सोने और चांदी की जबरदस्त बिक्री हुई है। देशभर में लगभग 20 हजार करोड़ का सोना और लगभग 2500 करोड़ की चांदी खरीदी गई। लगभग 25 टन सोने की बिक्री हुई, जिसका मूल्य 20 हजार करोड़ रुपये है। इसी तरह देशभर में 250 टन चांदी बिकी, जिसकी कीमत लगभग 2,500 करोड़ रुपये है। पिछले साल करीब 25,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।

वोकल फॉर लोकल छाया, चीनी सामान की बिक्री घटी
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक, देशभर में बाजारों में वोकल फॉर लोकल का व्यापक असर दिखा। चीनी सामान की खरीदारी कम रही। लगभग सारी खरीदारी भारतीय सामानों की ही हुई। एक अनुमान के अनुसार दिवाली से जुड़े चीनी सामानों की बिक्री में गिरावट से चीन को लगभग एक लाख 25 हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार की चपत लगी है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने दिवाली पर वोकल फॉर लोकल का आह्वान किया था।

वाहनों की बिक्री में 25 फीसदी का उछाल संभव
वाहन उद्योग निकाय फाडा के अनुसार, धनतेरस पर कार और दुपहिया की बिक्री में 20 से 25 फीसदी की उछाल आ सकता है। दशहरे के दौरान यह वृद्धि पांच से 12 फीसदी तक रही थी। दीवाली पर बिक्री का यह आंकड़ा करीब दोगुना हो जाता है। कारों की बिक्री में 10 और दुपहिया वाहनों की बिक्री में 15 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है।

इलेक्ट्रॉनिक सामान की बिक्री
उद्योग निकाय सिएमा ने कहा कि धनतेरस के दिन फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन के साथ स्मार्टफोन की बिक्री में 20 से 30 फीसदी तक बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। शहरों में महंगे उपकरणों (प्रीमियम) की अधिक बिक्री रहने का अनुमान है।

घरों की खरीद में तेजी
रियल एस्टेट विशेषज्ञों के अनुसार, धनतेरस पर मकानों की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले पांच फीसदी से 20 फीसदी तक उछाल देखने को मिल सकता है। एक करोड़ रुपए से अधिक कीमत वाले मकानों के लिए पूछताछ और मांग बढ़ी है।

साल दर साल बरसा धन
– 2024 में 60,000 करोड़
– 2023 में 50,000 करोड़
– 2022 में 35,000 करोड़

अगली दीवाली तक सोना हो सकता है 100000 के पार, चांदी करेगी चमत्कार
इधर, जानकारों का कहना है कि अगर तेजी का यह दौर आगे भी जारी रहता है तो अगली दीवाली तक सोना एक लाख के पार पहुंच सकता है। चांदी भी चमत्कार करेगी और सवा लाख से 1.30 लाख का स्तर छू सकती है। इस लिहाज से आने वाले एक साल में चांदी की कीमतों में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। चांदी के भाव 1.25 लाख से 1.30 लाख रुपये प्रति किलो तक जा सकते हैं। वहीं, सोना भी 20 फीसदी से अधिक का रिटर्न दे सकता है।

चांदी आगे भी सबसे ज्यादा जेब भरेगी
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते कई वर्षों से चांदी मुनाफा देने में सोने से आगे निकल रही है। वर्ष 2024 में अब तक इसने 40 फीसदी का सबसे अधिक रिटर्न दिया है। आने वाले साल में भी चांदी का प्रदर्शन सोने से बेहतर हो सकता है। कंपनी ने अनुमान लगाया है कि अगले 12 से 15 महीनों में चांदी की कीमत 1,25,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है।

सोने ने 5 साल में पैसा दोगुना किया
सोना वर्ष 2016 से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और सकारात्मक रुख बनाए हुए है। मध्यम अवधि में इसके भाव 85,000 रुपये और लंबी अवधि में एक लाख रुपये तक जा सकते हैं। आंकड़े यह भी बताते हैं कि वर्ष 2019 में दीवाली पर सोना खरीदने वाले निवेशकों को इस साल तक करीब 103 प्रतिशत का मुनाफा मिला है। यानी पांच के अंदर उनका पैसा दोगुने से अधिक हो गया है। इस साल सोने ने 33 फीसदी का रिटर्न दिया है, जो 45 साल में सबसे ज्यादा है।

गिरावट में खरीदारी करने का मौका
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि सोने-चांदी के भाव में बढ़त तो दौर जारी रहेगी, लेकिन इनमें बीच-बीच में गिरावट भी देखने को मिलेगी। तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक, इनकी कीमतों में 5 से 7 प्रतिशत तक का करेक्शन हो सकता है। यह निवेश करने का अच्छा मौका होगा और निवेशक खरीदारी कर सकते हैं।

सोने में तेजी ये होंगे मुख्य कारक
– दुनियाभर में तेजी से बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव।
– अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को लेकर बढ़ती अनिश्चितता।
– कई देशों के केंद्रीय बैंकों के द्वारा दरों में कटौती।
– भारत समेत बड़े देशों ने अपना स्वर्ण भंडार बढ़ाया।
– शेयर बाजारों में गिरावट की आशंका से सोने में निवेश बढ़ा।
– त्योहार और शादी के सीजन में ज्वैलर्स ने खरीदारी बढ़ाई।
– सोने में निवेश के विकल्प
– सोने-चांदी के जेवर
– सरकारी गोल्ड बॉन्ड
– गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ
– डिजिटल गोल्ड-सिल्वर
– गोल्ड सेविंग फंड
– गोल्ड और सिल्वर म्युचुअल फंड

इसलिए उछल रही चांदी
– निवेशकों ने चांदी को सस्ता विकल्प मानकर निवेश बढ़ाया।
– चीन समेत अन्य देशों ने चांदी का भंडार बढ़ाया।
– ईवी, सौर और वैकल्पिक ऊर्जा के उपकरणों में चांदी इस्तेमाल होने से मांग बढ़ी।
– चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ने से भी दाम उछले।

निवेशकों के लिए सुझाव
सोने में निवेश :अगर आप कम रिस्क के साथ स्थिर रिटर्न चाहते हैं, तो सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आर्थिक अस्थिरता के दौरान सोना पोर्टफोलियो में स्थिरता लाने का काम करता है।

चांदी में निवेश : अगर आप अधिक रिस्क के साथ तेजी से बढ़ने वाले निवेश की तलाश में हैं, तो चांदी बेहतर साबित हो सकती है। औद्योगिक मांग और तेज वृद्धि क्षमता के कारण चांदी में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।