भगवान के भजन करने से उसकी भक्ति करने से संतान को उसके पिता भी रोकें तो उसे नहीं मानना चाहिए न ही भक्ति छोड़नी चाहिए क्योंकि पिता तो केवाल सांसारिक पिता होते ,परमपिता तो परमात्मा ही होते हैं , जो सारे जग के पिता होते हैं – उक्त विचार बड़ोदा से पधारे अंतराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के संत एवं मूर्धन्य विद्वान श्रीरामप्रसादजी महाराज ने लक्ष्मीगंज स्थित रामद्वारा में चलरहे 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान महायज्ञ में तीसरे दिन शनिवार को प्रह्लाद चरित्र एवं नृसिंग अवतार का प्रसंग सुनाते हुए व्यक्त किये।

संतश्री ने भागवत ज्ञान गंगा की धारा बहाते हुए कहा कि बालक प्रह्लाद को जब उनके पिता हिरण्यकश्यप ने नारायण की आराधना करने से मना किया एवं अनेक कष्ट देकर भयभीत किया तो भी भक्त प्रह्लाद भक्ति के पथ से विचलित नहीं हुए, प्रभु ने उनकी हर विपत्ति से बचाव किया।परमात्मा के भक्तों पर जब कष्ट आता है तो वो भी दुःखी होते हैं एवं नए अवतार लेकर पापीयों का नाश करते हैं जैसे हिरण्यकश्यप जिसकी मृत्यु न जमीन पर हो सकती थी , न आसमान में, न शस्त्र से हो सकती थी, न घर में न बाहर हो सकती थी , न मानव द्वारा हो सकती थी न जानवर द्वारा हो सकती थी , परंतु नारायण ने खंबे में से प्रकट होकर मनुष्य अथवा प्राणी की बजाय नृसिंग अवतार लेकर उसे देहरी पर अपनी जाँघ पर लिटाकर नाखूनों से वध किया औऱ भक्त प्रह्लाद की रक्षा की।

संतजी ने बताया कि शिक्षित एवं योग्य संतान से मातापिता का नाम रोशन होता है।संतान संस्कारी हो तो व्यक्ति की सात पीढ़ियों का उध्दार हो जाता है, जैसे भक्त प्रह्लाद की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान ने उसके राक्षस पिता हिरण्यकश्यप को भी सदगति प्रदान की।पिता को जब उसकी संतान के नाम से जाना जाता है तब उसका श्रेष्ठ संतान होना सार्थक हो जाता है।

उन्होंने बताया कि गर्भवती नारियों को धार्मिक कथाएं ,प्रभु भजन का श्रवण करना चाहिए जिसके गर्भ में पल रही संतान पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जैसे कि भक्त प्रह्लाद की माता ने नारायण का मंत्र सुना, जबकी आज के भौतिकवादी परिवेश में आधुनिकता की भागदौड़ में गर्भवती महिलाएं दिन भर मोबाइल एवं टेलीविजन पर, सोशल मीडिया पर व्यस्त रहती हैं जिससे उत्पन्न नकारात्मक विचारों का असर आजकल की पीढ़ियों पर दिखाई दे रहा है।

आज के आयोजन में भागवत कथा श्रवण के लिए पधारे ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, विनय अग्रवाल, कथा के मुख्य यजमान श्रीमती सीमा कुलकर्णी एवं पी. कुलकर्णी परिवार द्वारा श्रीमद्भागवत की आरती की गई।
रविवार को कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। कथा का समय सुबह 9 बजे से 12 बजे तक रखा गया है।श्री राम द्वारा ट्रस्ट एवं सद्गुरु परिवार सेवा समिति ग्वालियर द्वारा सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं से भागवत कथा श्रवण करने का अनुरोध किया गया है।