खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में दो छोटी लड़कियों ने अपने अपहरण के प्रयास की कहानी गढ़ी, जिसमें दिन भर पुलिस उलझी रही. लड़कियों के बयान, कहानी और क्षेत्र के लोगों के दबाव में दोपहर बाद से ही पुलिस इस मामले की हकीकत जानने और सुलझाने के लिए लगी रही. पुलिस ने क्षेत्र के सभी सीसीटीवी कमरे खंगाले. आखिर में यह सामने आया कि स्कूल जाने से बचने के लिए दोनों लड़कियों ने यह कहानी गढ़ी थी. मामला खंडवा के पदमनगर थाना क्षेत्र का है. यहां दूसरी और सातवीं में पढ़ने वाली दो सगी बहनों ने स्कूल जाते समय अपने आप का अपहरण होने का ड्रामा किया.

उन्होंने बताया कि बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें रोका और धमकाया. बच्चियों ने बताया कि उन्हें जान से मारने और बोरे में भरकर ले जाने की कोशिश की. लड़कियों ने बताया कि ऐसा होने पर उन्होंने शोर मचाया और पत्थर उठाकर बदमाशों पर फेंके. इस दौरान पत्थर से डरकर बाइक सवार मौके से भाग निकले. लड़कियों की कहानी के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई. घबराई बालिकाएं रोते हुए घर पहुंची और स्वजन को घटना की जानकारी दी.

परिवार के लोग बालिकाओं को लेकर थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल टीम भेजकर मौके पर जांच पड़ताल शुरू की गई. सीएसपी और थाने की टीम ने क्षेत्र के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. फुटेज में ऐसा कुछ भी नहीं दिखा, जिससे ऐसा घटनाक्रम होना दिख सके. बाद में बाल कल्याण अधिकारी और महिला पुलिस ने भरोसे में लेकर लड़कियों के अलग-अलग बयान लिए और सीसीटीवी फुटेज से तुलनात्मक पूछताछ की. लड़कियों के बयानों में भी काफी अंतर पाया गया.

आखिर में लड़कियों ने माना कि स्कूल नहीं जाने के लिए उन्होंने उन्होंने यह कहानी गढ़ी. पुलिस ने लड़कियों के पेरेंट्स को भी बारसी लिया और सतर्क रहने की सलाह दी. दोनों ही छात्राएं सरकारी स्कूल की हैं, उनकी इस कहानी ने पुलिस, बाल कल्याण समिति और जिला प्रशासन को चिंता में डाल दिया था। हालांकि अब मामले का पटाक्षेप हो गया है.