जबलपुर,। नए वित्तीय वर्ष में टोल रोड़ पर चलना भी महंगा हो गया है। केंद्रीय परिवहन विभाग ने टोल नाकों पर लिया जाने वाले शुल्क में इजाफा कर दिया गया है। औसत 10 से 20 रुपये के बीच यह बढ़ोतरी की गई है।
बीते एक अप्रैल से बढ़ी दर सभी टोल पर लागू हो चुकी है। जबलपुर जिले के आसपास चार टोल नाके है जिनमें राष्ट्रीय राजमार्ग है। इधर जबलपुर-भोपाल के राष्ट्रीय राजमार्ग -45 में भी टोल नाका प्रारंभ हो चुका है। जबलपुर से करीब 28 किलोमीटर दूर किसरोद पर यह टोल नाका लगा हुआ है। यहां वाहनों से टोल लिया जाने लगा है।
ज्ञात हो कि जबलपुर से भोपाल के राजमार्ग -45 को 56 किमी की फोरलेन सड़क बनाया गया है। जबलपुर से 28 किमी की दूरी पर टोल नाका किसरौंद में लग रहा है। जबलपुर से भोपाल के लिए फोर लेन सड़क का निर्माण हुआ है। इसमें जबलपुर से हिरन नदी पुल तक करीब 55 किलोमीटर लंबी सड़क जबलपुर डिवीजन के माध्यम से बनी है। इसकी निर्माण लागत 391 करोड़ रुपये है। कंपनी को जनवरी 2022 में निर्माण कार्य पूरा करना था लेकिन तकनीकी खामियों की वजह से यह तय समय पर काम नहीं हो पाया। जिस वजह से देरी से सड़क बनकर तैयार हुईं।
जबलपुर से हिरन नदी के पुल तक जबलपुर-भोपाल फोर लेन सड़क का निर्माण बागड कंपनी ने किया है। जबलपुर से सड़क में बड़ी-बड़ी दरार आ गई थी। जिसे भरने के लिए लंबी मशक्कत हुई। कई जगह वाहनों की रफ्तार के आगे ये थिगड़े काम नहीं आ रहे हैंं। डामर और कैमिकल की मदद से दरारों को भरा जा रहा है लेकिन कई जगह क्रांकीट ने इस तरल को छोड़ दिया है जिस वजह से दोबारा दरारे बन गई है। हालांकि टोल शुरू होने से पहले सड़क को दोबारा सुधारा गया है।