कई बार लोग ऐसे लोगों से दोस्‍ती कर लेते हैं, जिन्‍हें आपकी दोस्‍ती से सिर्फ अपना भला करना होता है. ऐसी दोस्‍तों से बचना जरूरी है. अगर आप शुरुआती दिनों में ही कुछ बातों को ध्‍यान दें तो असली और नकली दोस्‍तों की पहचान बड़ी आसानी से कर सकते हैं और धोखे से बच सकते हैं.
जज करना-दोस्‍ती में एक दूसरे को लोग जज नहीं करते बल्कि हालात और मनोदशा को समझते हुए दोस्‍त के प्रति सहानुभूति रखते हैं. अगर आपके आसपास कोई ऐसा दोस्‍त है जो बात-बात पर आपको जज करता रहता है तो वह सच्‍चा दोस्‍त नहीं है. 

मजाक बनाना-दोस्‍ती में छेड़छाड़ चलती है लेकिन अगर वह आपकी पर्सनल चीजों को लेकर दूसरों के सामने आपका मजाक बनाता है तो यह फ्रेंडशिप में रेड फ्लैग है. ऐसे दोस्‍तों से दूरी बनाएं.

आपकी खुशियों से खुश न होना- सच्‍चा दोस्‍त अपने दोस्‍तों की खुशियों या अचीवमेंट पर खुश होता है और जश्‍न मनाता है. लेकिन अगर आपकी खुशियों से आपका दोस्‍त जलन महसूस करता है या दूरी बनाता है तो वह आपके साथ फेक फ्रेंडशिप निभा रहा है.

चुगली करना- दोस्‍ती में भरोसा जरूरी है. अगर आपका कोई दोस्‍त चुगली करता है और आप जो भी बात उस दोस्‍त के साथ शेयर करते हैं उसे वह तीसरे इंसान को बताता है तो यह भी दोस्‍ती में रेड फ्लैग है. ऐसे दोस्‍तों से बच कर रहें. 

आपकी परवाह नहीं करना- सच्‍चे दोस्‍त को आपकी परवाह हर वक्‍त रहती है, भले ही आप उससे दूर  हों. अगर आप ऐसी दोस्‍ती में फंसे हैं जिन्‍हें आप से मतलब नहीं तो आप ऐसे लोगों से दूरी बना लें तो बेहतर होगा.

जरूरी जानकारी छिपाना- कई लोग दोस्‍ती के नाम पर आपसे जुड़ जाते हैं और हर तरह की जानकारी आपसे लेते रहते हैं, लेकिन वे आपसे जरूरी जानकारी छिपाते रहते हैं जैसे जॉब वेकेंसी आदि. ऐसे लोग आपके सच्‍चे दोस्‍त नहीं हैं.

बहाने बनाना- जरूरत के वक्‍त जो खड़ा न हो वो दोस्‍त नहीं. जी हां, अगर आप किसी मुसीबत में हैं और दोस्‍त से मदद मांग रहे हैं, लेकिन वजह मदद न कर पाने के 10 बहाने बना रहा है तो आप समझ लें ये दोस्‍ती झूटी है.