ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के गोहद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस विधायक माखनलाल जाटव हत्याकांड के आरोपियों को भिण्ड न्यायालय ने बरी कर दिया है। न्यायालय द्वारा दिए गए इस फैसले के बाद माखनलाल जाटव के बेटे पूर्व विधायक रणवीर जाटव नाराज नजर आ रहे हैं। रणवीर जाटव ने मीडिया के सामने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उनके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई, लेकिन उनकी हत्या करने वाले बरी हो गए।
बतादें 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान 13 अप्रैल को भिण्ड जिले के गोहद से कांग्रेस विधायक माखनलाल जाटव भिण्ड लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भागीरथ प्रसाद के प्रचार के लिए गोहद विधानसभा के छरेटा गांव में मौजूद थे। यहां रात 8 बजे विधायक माखनलाल जाटव पर हमला हुआ और गोली मारकर हत्या कर दी गई।
विधायक की सनसनीखेज हत्या के बाद हड़कंप मच गया था। इस मामले में कांग्रेस ने सीधे तौर पर भाजपा नेताओं पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने 3 दिन के अंदर ही बाराहेड़ निवासी मेवाराम शर्मा और उसके नाबालिग बेटे नारायण शर्मा को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने गोहद के मशहूर वकील तेज नारायण शुक्ला सहित पांच अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया था।
इस तरह पूरे मामले में आठ आरोपी बनाए गए थे। मामला हाई प्रोफाइल था, इसलिए इसकी जांच सीबीआई ने की थी। माखनलाल जाटव के बेटे और गोहद से पूर्व विधायक रणवीर जाटव ने भाजपा नेता लाल सिंह आर्य पर अपने पिता की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। लाल सिंह आर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। न्यायालय की ओर से लाल सिंह आर्य के खिलाफ वारंट जारी हुए।
इस दौरान लाल सिंह आर्य को मंत्री रहते हुए भी फरार घोषित किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें राहत मिल गई और वे बरी हो गए। पिछले 15 सालों से यह मामला न्यायालय में चल रहा था। सीबीआई जांच के बाद कोर्ट में केस चलता रहा. 20 जुलाई 2024 को भिण्ड कोर्ट ने इस मामले में पर्याप्त सबूत न मिलने पर आरोपियों को बरी कर दिया। मृतक माखनलाल जाटव के बेटे रणवीर जाटव कोर्ट द्वारा दिए गए इस फैसले से बेहद आहत हैं।
माखनलाल जाटव के बेटे रणवीर जाटव ने कहा, मेरे पिता 2009 में चुनाव प्रचार के लिए गए थे, जहां उनकी हत्या कर दी गई. इस मामले को 15 साल हो गए हैं। मुझे उम्मीद थी कि न्याय मिलेगा, लेकिन इस मामले में सभी आरोपी बरी हो गए। इस फैसले से मन में बहुत पीड़ा हुई है। उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई और दोषियों को बरी कर दिया गया। इससे ज्यादा पीड़ा और क्या हो सकती है। मैं अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता सिंधिया जी, मुख्यमंत्री और भिण्ड जिले के पुलिस अधीक्षक-कलेक्टर से अनुरोध करता हूं कि वे इसमें फिर से अपील करें. मैं कोर्ट से भी अनुरोध करूंगा कि मेरी याचिका सुनें और मुझे न्याय दिलाएं।
