मुरैना: भारत सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक PM किसान सम्मान निधि और MP सरकार की लाडली बहना योजना में फ्रॅाड का मामला सामने आया है. बता दें कि मध्य प्रदेश के मुरैना में किसान सम्मान निधि और लाडली बहना योजना के तहत आए पैसों को निकालने के मामले में ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है. क्या है पूरा मामला जानते हैं.

पूरा मामला मुरैना जिले के पोरसा जनपद के दीनापुरा गांव का है. बता दें कि यहां पर महिलाओं के साथ रोजगार सहायक ने फिनो बैंक का कियोस्क सेंटर में मनरेगा की मजदूरी दिलाने के नाम पर खाते खोले गए थे. जिन महिलाओं का खाता खोला गया था उनका एटीएम और पासबुक भी संचालक के पास ही था. ऐसे में जब महिलाओं के खाते में लाडली बहना योजना के एक-एक हजार रुपए आने का मैसेज आया. लेकिन कुछ देर बाद पैसे निकालने का भी मैसेज आया. इसके बाद महिलाओं के होश उड़ गए. बता दें कुल 45 महिलाओं को खाते से पैसे निकालने की बात सामने आई है. इसके बाद महिलाओं ने ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है. पुलिस ने 7 महिलाओं का बयान लेने के बाद ये केस दर्ज किया है.

मामले के बाद महिलाओं ने आरोप लगाया है कि सरपंच, सचिव की मिलीभगत से उनके खाते में आए एक-एक हजार रुपये निकाले गए हैं. बताया जा रहा है कि रोजगार सहायक ने दो साल पहले महिलाओं का आधार कार्ड और फोटो लेकर फिनो बैंक में खाते खोले थे. जिसके बाद रोजगार सहायक ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि कि कन्या योजना के तहत महिलाओं के खाते में 50-50 हजार रुपये आएंगे. जिसकी वजह से महिलाओं ने उन्हें बैंक पासबुक और एटीएम दे दिया था.

मामले के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि महिलाओं के खाते में मनरेगा से लेकर ग्राम पंचायत के अन्य फंड का पैसा भी आया है. जिसे रोजगार सहायक और उसके साथ शामिल लोगों ने निकाल लिया है क्योंकि महिलाओं के खातों के एटीएम और किताब रोजगार सहायक के पास थी. इसी तरह का वाकया कुछ किसानों के साथ भी हो रहा है. बताया जा रहा है कि उनके खाते में किसान सम्मान निधि के पैसे का मैसेज तो आ रहा है लेकिन एटीएम और पासबुक रोजगार सहायक के पास होने के कारण हुआ उस राशि को नहीं निकाल पाते हैं.