ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल संभाग के चार जिलों ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया और श्योपुर के 1171 गांव पानी-पानी हैं। यहां चारों ओर सिर्फ पानी दिखाई दे रहा है। अब तक 1600 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इस बीच रात भर से पेड़ पर बैठकर जान बचाने की गुहार लगाने वाले तीन लोगों की जिंदगी से जद्दोजहद जारी है और सेना के हेलिकाप्टर बादल काफी नीचे होने के कारण दोपहर तक उन्हें सुरिक्षत नहीं निकाल पाए हैं। इसके लिए कवायद जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार से इन जिलों के हर घटनाक्रम की जानकारी ले रहे हैं और वे खुद रेस्क्यू आपरेशन से जुड़कर प्रशासन और सेना की टीम से संवाद कर रहे हैं ताकि लोगों को सुरक्षित किया जा सके। मौसम साफ होने के बाद सीएम इन इलाकों का हवाई सर्वे करने जाएंगे।
सीएम चौहान ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के पहले बाढ़ के हालातों के मद्देनजर आपात बैठक बुलाई और स्टेट कमांड कंट्रोल सेंटर के जरिये शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, श्योपुर में चल रहे बाढ़ राहत के काम की जानकारी ली। बताया गया कि शिवपुरी और श्योपुर के 200 से ज्यादा गांव बाढ़ के कारण जलमग्न हैं। मनीखेड़ा डैम के गेट खोल दिए गए हैं ताकि बांध के फूटने की स्थिति न बने। यहां के हालातों को देखते हुए एसडीआरएफ के साथ एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और यशोधरा राजे सिंधिया भी स्थानीय स्तर पर राहत में जुटे हैं।
बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाने के लिए एयरफोर्स के रेस्क्यू ग्रुप कैप्टन शेरावत के साथ पांच टीमें तैनात हैं। शेरावत ने सीएम से चर्चा में कहा कि बादल काफी नीचे हैं। इसलिए दिक्कत हो रही है, हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। सीएम ने इस पर कहा कि हमें सेना पर गर्व है। आपरेशन शुरू करें तो बिछी गांव में पेड़ पर फंसे तीन लोगों को बचाएं।
बारिश के कारण इस इलाके में मोबाइल नेटवर्क ध्वस्त हो गया है। इस कारण भी लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सूचना मिलने में दिक्कत हो रही है। अधिकारियों से नेटवर्क सिस्टम जल्द सुधारने के लिए कहा गया है ताकि पानी में फंसे लोगों के बारे में सूचना मिल सके और उन्हें बचाया जा सके। सीएम ने इसके लिए जरूरी होने पर दिल्ली में भी विभाग से बात करने के लिए कहा है।
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दतिया जिले में हरसी बांध फूटने की अफवाह के कारण कई लोग लखेश्वरी माता मंदिर पहाड़ी पर चढ़ गए हैं। बांध सुरक्षित है और यह सिर्फ अफवाह है। लोगों से अपील है कि अफवाह में न आएं। सरकार राहत और बचाव को लेकर सतर्क है और टीमें मौके पर पहुंच रही हैं।
शिवपुरी कलेक्टर अक्षय सिंह ने बताया कि 100 लोगों को सुरक्षित किया गया है। पोहरी और कोलारस क्षेत्र में लोग फंसे हैं। डोंगर, बिछी गांव में लोग पेड़ों पर शरण लिए हैं। दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि 6 गांव में ज्यादा पानी है। ओरिना के मंदिर में दो पुजारी फंसे हैं। महुअर नदी में पानी का बहाव ज्यादा होने से टीम के पहुंचने में दिक्कत हो रही है। ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि सुबह एनडीआरएफ की टीम ने मोहना, करया गांव के लोगों को रेस्क्यू किया है।