मध्यप्रदेश। ग्वालियर में आरोपी को नौकरी से निकालना ग्रॉसरी स्टोर की संचालिका को भारी पड़ गया। उसने अपने अपमान का बदला लेने के लिए दो दोस्तों को हैदराबाद से बुलाया और चार लोगों ने मिलकर एक सनसनी खेज वारदात में उम्रदराज मां बेटी को मौत की नींद सुला दिया। विश्वविद्यालय थाने से बमुश्किल 200 मीटर की दूरी पर स्थित गार्डन होम्स में रहने वाली मां बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें मुख्य सूत्रधार इरफान खान है जिसे रीना भल्ला द्वारा अपने ग्रॉसरी स्टोर से 6 महीने पहले नौकरी से निकाल दिया था।

रीना भल्ला अपनी मां इंदू पुरी के साथ गार्डन होम्स के फ्लैट नंबर 322 में रहती थी। इरफान खान की जगह रीना भल्ला ने किसी अन्य को नौकर के रूप में रख लिया था क्योंकि लंबे अरसे तक इरफान खान ने रीना भल्ला के साथ उनके ग्रॉसरी स्टोर पर काम किया था। इसलिए उसका घर पर आना जाना था और उसे पता था कि घर में मां बेटी के अलावा कोई भी नहीं रहता है। इसलिए इन्हें आसानी से लूटा जा सकता है। इसके बाद इरफान खान ने अपने तीन दोस्तों को बुलाया और योजनाबद्ध तरीके से सोमवार की रात में उम्र दराज मां बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी और घर में रखा सोना- चांदी नकदी लूटकर फरार हो गए।

फिलहाल पुलिस ने बदमाशों की कब्जे से क्या बरामद किया है इसके बारे में उसने खुलासा नहीं किया है। पुलिस ने मां बेटी से लूटा गया मोबाइल बरामद कर लिया है। खास बात यह है कि यह सभी आरोपी भिंड के गोहद कस्बे के रहने वाले हैं। इरफान खान ने अपने दो साथी छोटू राणा और प्रमोद माथुर को हैदराबाद से यहां वारदात करने के लिए बुलाया था। जबकि अंकुर झा नामक चौथा आरोपी यहीं रहता है। चारों ने मिलकर योजना बद्ध तरीके से सोमवार की रात को देर रात घर में प्रवेश किया और चारों ने मां बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद जो भी सामान मिला उसे लूटकर बदमाश फरार हो गए। इस घटना के सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिले थे। जिसमें अपार्टमेंट में घुसते निकलते इन आरोपियों के फुटेज कैद हुए थे। यही से पुलिस को एक ठोस क्लू मिला था।

पुलिस का कहना है कि उसने 24 घंटे के भीतर इस हत्याकांड का खुलासा किया है। इसमें विश्वविद्यालय पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगाया गया था। सभी ने मिलकर सीसीटीवी फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद सबसे पहले इरफान खान को गिरफ्तार किया इसके बाद सभी आरोपी एक-एक करके हिरासत में लिए गए दोनों आरोपी प्रमोद माथुर और छोटू राणा हैदराबाद भागने वाले थे।