सूरत। गुजरात के सूरत में एक 30 साल की महिला डॉक्टर ने कथित तौर पर अपनी मां और बहन को नींद वाला इंजेक्शन लगाकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद उसने खुद भी नींद की गोलियां खाकर जान देने की कोशिश। हालांकि, उसकी जिंदगी बच गई है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। काताग्राम इलाके में शनिवार रात डॉ. दर्शना प्रजापति ने अपनी मां मंजूलाबेन (59) और छोटी बहन फाल्गुनी (28) को नींद वाला इंजेक्शन लगा दिया, जिससे सुबह उनकी रविवार सुबह मौत हो गई। नींद की कई गोलियां खाकर दर्शना ने अपनी भी जान देने की कोशिश की। उसका सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डी-डिवीजन के एसीपी डीजे छावड़ा ने पत्रकारों से कहा, ”जाहिर तौर पर मंजूलाबेन और फाल्गुनी की मौत ड्रग ओवरोज की वजह से हो गई, जबकि डॉ. दर्शना का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने उनका बयान दर्ज किया है। डॉक्टर ने कहा है कि वजह अपनी जिंदगी से तंग आ चुकी थी।” छावड़ा ने कहा, ”चूंकि दर्शना मां और बहन उस पर निर्भर थीं, इसलिए वह खुदकुशी करने से पहले उनकी जान लेना चाहती थी। उसने दोनों को नींद लाने वाला इंजेक्शन लगाया था। वास्तव में दवा कौन सी थी यह पोस्टमॉर्टम के बाद ही पता चलेगा।” डॉ. दर्शना चौकबाजार पुलिस थाने के तहत सहजानंद सोसायटी में अपनी मां, बहन, भाई और भाभी के साथ रहती थी। घटना के समय भाई और भाभी घर से बाहर थे।