अयोध्या । खबर उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले से है। यहां पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में प्रोबेशनरी ऑफिसर के पद पर तैनात असिस्टेंट मैनेजर का शव उसके कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। फांसी के फंदे पर लटकी मिली असिस्टेंट मैनेजर का नाम श्रद्धा गुप्ता है और वो लखनऊ के गोमतीनगर की रहने वाली है। करीब छह साल से श्रद्धा अयोध्या में तैनात थी। श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में पूर्व मंगेतर समेत तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। तो वहीं, इसी मसले पर पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जांच की मांग की है।
30 वर्षीय श्रद्धा गुप्ता ने 2015 में पीएनबी की ख्वासपुरा स्थित शाखा में बतौर क्लर्क ज्वाइन किया था। प्रमोशन के बाद श्रद्धा को बछड़ा सुलतानपुर स्थित बैंक की मुख्य की शाखा में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर भेजा गया था। उसने बैंक के सामने विष्णु एंड कंपनी बिल्डिंग में किराए पर कमरा ले रखा था। चार भाई बहनों में श्रद्धा दूसरे नंबर पर थी। शनिवार की सुबह जब दूध वाले ने श्रद्धा के कमरे का दरवाजा खटखटाया। कोई भी आवाज न आने पर उसने मकान मालिक को सूचित किया। मकान मालिक ने भी काफी देर तक प्रयास किया जब दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद मकान मालिक ने खिड़की से अंदर झांका तो देखा कि श्रद्धा दुपट्टे के सहारे फंदे पर लटकी हुई थी। उसने इसकी सूचना पुलिस को दी।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने गहन जांच पड़ताल की तो कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में उसने मौत के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया है, जिसमें एक नाम विवेक गुप्ता का भी है जिससे बैंककर्मी युवती की शादी तय हुई थी। लेकिन बाद में टूट गई। जबकि सुसाइड नोट में बाकी 2 नाम चौंकाने वाले हैं जिसमें पहला नाम आशीष तिवारी एसएसएफ हेड लखनऊ, तो दूसरा नाम अनिल रावत पुलिस फैजाबाद लिखा है। अयोध्या पुलिस ने पूर्व मंगेतर विवेक गुप्ता को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं, एसएसपी अयोध्या शैलेष पांडेय ने बताया कि सुसाइड नोट को जांच के लिए फोरेंसिक विभाग के पास भेजा जा रहा है। जांच के बाद व परिवारीजनों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।