जबलपुर । जबलपुर में मनचलों से परेशान 11वीं की छात्रा ने खुदकुशी करने की कोशिश की। 17 साल की छात्रा ने खुद को आग लगा ली। 90 % झुलसी छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
छात्रा की हालत गंभीर है। खुद को आग लगाने से पहले छात्रा ने सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें अनुराग चौधरी, वरुण, आशा, तनवी केवट, ममता केवट को दोषी ठहराया है।
इसमें लिखा है कि इन लोगों ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। सॉरी पापा- मुझे माफ कर देना। पुलिस ने मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, मुख्य आरोपी अनुराग चौधरी फरार है।
पीड़ित लड़की के पिता ऑटो ड्राइवर हैं। दोपहर में उसने आग लगा ली। लड़की चार बहनें हैँ। वह तीसरे नंबर की है। दोपहर में छात्रा ने छत पर जाकर खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। घटना के वक्त पिता घर पर नहीं थे। आसपास के लोगों ने उसे देखा, तो तुरंत उसे जाकर बचाने की कोशिश की। पुलिस को भी सूचना दी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
ये लिखा है सुसाइड नोट में
‘इन लोगों ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया है। मैं इनसे परेशान हो चुकी हूं। मेरा अनुराग चौधरी, वरुण, आशा और ममता ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया। इन्होंने मेरा जीवन बर्बाद कर दिया है। चारों लड़के उसके घर के चारों ओर घूमते रहते हैं। थाने में भी शिकायत की थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मेरी वजह से बहनों की जिंदगी बर्बाद न हो, इसलिए आत्महत्या करने जा रही हूं।’
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
छात्रा ने सुसाइड नोट में पुलिस पर भी सवाल उठाए हैं। उसने लिखा है कि रांझी थाना में उसने आरोपियों के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। एएसपी संजय अग्रवाल का कहना है कि छात्रा का बयान और सुसाइड नोट की स्टडी के बाद FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अनुराग चौधरी फरार है। बताया जाता है कि एक महीना पहले भी लड़की ने ट्रेन से कटने की कोशिश की थी।