भोपाल। मध्य प्रदेश में बिजली चोरी को रोकने के लिए राज्य सरकार और बिजली विभाग कई सख्त कदम उठा रही है। इसी कड़ी में बिजली कंपनी ने एक नया तरीका निकाला है। जिसकी मदद से आसानी से बिजली चोरी की जानकारी मिल जाएगी। दरअसल, बिजली चोरी की रोकथाम के लिए कंपनी ने इनामी योजना शुरू की है। बिजली के अवैध उपयोग की जानकारी देने पर पुरस्कार मिलेगा। जिसमें सूचना देने वाले को वसूली की 10% राशि दी जाएगी। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बिजली चोरी की रोकथाम के लिए इनामी योजना घोषित की है। अवैध उपयोग की सूचना देने पर निर्धारित शर्तों के अधीन पारितोषिक देने का प्रावधान है। इस राशि की अधिकतम सीमा नहीं है।
यहां देना होगा बिजली चोरी की सूचना
बिजली के अवैध उपयोग एवं चोरी के संबंध में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कंपनी मुख्यालय एवं क्षेत्रीय मुख्यालयों के अलावा क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को भी लिखित अथवा दूरभाष पर सूचना दी जा सकती है। सूचनाकर्ता की जानकारी गोपनीय रखने की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की रहेगी। कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी को सूचनाकर्ता नहीं माना जाएगा। सूचनाकर्ता को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कंपनी मुख्यालय से किया जाएगा। प्रोत्साहन राशि सीधे सूचनाकर्ता के बैंक खाते में जमा की जाएगी।
अधिकारियों कर्मचारियों को भी मिलेगी प्रोत्साहन राशि
प्रकरण बनाने एवं राशि वसूली करने वाले विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी ढ़ाई प्रतिशत राशि प्रोत्साहन के रूप में दी जाएगी। कंपनी मुख्यालय में इस योजना के क्रियान्वयन के लिए विजिलेंस सेल गठित किया गया है। विजिलेंस सेल को भी सूचना भेजी जा सकती है। विजिलेंस सेल का पता है- विजिलेंस सेल, कार्यालय प्रबंध संचालक, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, निष्ठा परिसर, गोविन्दपुरा, भोपाल। इसके अलावा कंपनी के टोल फ्री नंबर 1912 अथवा 0755-2551222 अथवा UPAY एप पर भी सूचना देने का विकल्प है।