मुंबई। पहले इनकार के बाद देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की नई सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्होंने डेप्युटी सीएम के रूप में शपथ ले ली है। दरअसल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने बड़ा दिल दिखाया है इसलिए उन्हें सरकार में आना चाहिए। इसके बाद फडणवीस ने भी ट्वीट कर कहा कि पार्टी का आदेश उनके लिए सर्वोपरि है।
जेपी नड्डा ने ट्वीट किया था, ‘एकनाथ शिंदे जी और देवेंद्र फडणवीस जी को बधाई। आज ये सिद्ध हो गया कि बीजेपी के मन में कभी मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं थी। 2019 के चुनाव में स्पष्ट जनादेश नरेंद्र मोदी जी और देवेंद्र जी को मिला था। उद्धव ठाकरे ने सीएम पद के लालच में हमारा साथ छोड़कर विपक्ष के साथ सरकार बनाई थी।’
‘फडणवीस ने बड़ा मन दिखाया’
नड्डा ने आगे लिखा, ‘बीजेपी ने महाराष्ट्र की जनता की भलाई के लिए बड़े मन का परिचय देते हुए एकनाथ शिंदे जी का समर्थन करने का निर्णय किया। देवेंद्र फडणवीस जी ने भी बड़े मन दिखाते हुए मंत्रिमंडल में शामिल होने का निर्णय किया है, जो महाराष्ट्र की जनता के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है।’
‘कोई पद पाना बीजेपी का उद्देश्य नहीं’
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ‘बीजेपी ने ये निर्णय लेकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि कोई पद पाना हमारा उद्देश्य नहीं है बल्कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश और महाराष्ट्र की जनता की सेवा करना हमारा परम लक्ष्य है।’ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस पर मुहर लगाते हुए कहा कि फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया और सरकार में शामिल होने का फैसला किया।
फडणवीस ने किया आदेश का पालन
अमित शाह ने लिखा, ‘बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के कहने पर देवेंद्र फडणवीस जी ने बड़ा मन दिखाते हुए महाराष्ट्र राज्य और जनता के हित में सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है। यह निर्णय महाराष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा और सेवाभाव का परिचायक है। इसके लिए मैं उन्होंने हृदय से बधाई देता हूं।’
शाह के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए फडणवीस ने लिखा, ‘प्रामाणिक कार्यकर्ता के नाते पार्टी के आदेश का मैं पालन करता हूं। जिस पार्टी ने मुझे सर्वोच्च पद तक पहुंचाया, उसका आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है।’
फडणवीस की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी ने उठाया कदम
यहां गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवेंद्र फडणवीस ने सिर्फ एकनाथ शिंदे का नाम आगे किया था। उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र के नए सीएम के रूप में एकनाथ शिंदे शपथ लेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि नई सरकार में वह शायद शामिल न हों। माना जा रहा है कि फडणवीस की नाराजगी भांपते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने उन्हें खुद सरकार में शामिल होने को कह दिया। फिर फडणवीस भी उन्हें मना नहीं कर पाए।