भोपाल । प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मध्य प्रदेश स्थित दूध उत्पाद निर्माण कंपनी के खिलाफ छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की FD राशि फ्रीज कर दी है. इसके साथ ही 25 लाख रुपये नकद, कुछ महंगे वाहन और 66 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए हैं.
ईडी ने जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और इसके प्रमुख व्यक्तियों जैसे किशन मोदी, पायल मोदी, अमित कुकलोड और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत 29 जनवरी को भोपाल, सीहोर और मुरैना में छापेमारी की थी.
ईडी ने आरोप लगाया कि कंपनी ने मिलावटी दूध उत्पाद बनाए और इंदौर स्थित निर्यात निरीक्षण एजेंसी (EIA) से प्रमाणन प्राप्त करने के लिए बीआईएस-एनएबीएल के झूठे लैब सर्टिफिकेट्स का इस्तेमाल किया.
एजेंसी ने दावा किया कि इस सर्टिफिकेट्स का इस्तेमाल मिलावटी दूध उत्पादों के निर्यात के लिए किया गया था. एजेंसी ने पाया कि ये सर्टिफिकेट्स या तो मूल रूप से अन्य कंपनियों को जारी किए गए थे या धोखाधड़ी से हासिल किए गए थे.
ईडी ने कहा कि अब तक 63 जाली लैब सर्टिफिकेट्स की पहचान की गई है, जिनका इस्तेमाल तमाम देशों में मिलावटी दूध उत्पादों के निर्यात के साथ-साथ घरेलू खपत के लिए किया गया था.
तलाशी के दौरान करीब 6.26 करोड़ रुपये की एफडी राशि फ्रीज की गई और 25 लाख रुपये की नकदी के साथ ही BMW और फॉर्च्यूनर जैसी महंगी कारें जब्त की गईं.
किशन मोदी की तमाम कंपनियों और परिवार के सदस्यों के नाम पर करीब 66 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों के दस्तावेज और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला मध्य प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की एफआईआर से जुड़ा है.