उज्जैन से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां घर में हुए एक झगड़े के दौरान शराब के नशे में धुत पिता ने अपने ही बेटे पर चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद घायल बेटे को परिवार के लोग अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिवार बिना पोस्टमॉर्टम के ही शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर चला गया। हालांकि, अंतिम संस्कार से पहले पुलिस श्मशान घाट पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि मृतक संजय और उसके पिता कैलाश, दोनों शराब पीते थे। रात में लगभग 11 बजे दोनों में विवाद हुआ और पिता ने घर में सब्जी काटने वाले चाकू से बेटे के पेट पर हमला कर दिया। चाकू लगने के बाद बेटे की हालत खराब हो गई, लेकिन परिवार कोई नया विवाद नहीं चाहता था। यही कारण था कि परिवार के लोग अस्पताल ले जाने की जगह उसे क्लिनिक लेकर पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें डॉक्टर नहीं मिला। इसके बार घरवालों ने मेडिकल स्टोर से बेंडेज लेकर खुद ही उसकी पट्टी कर दी।
घायल संजय रातभर बेहोश रहा। सुबह होते होते उसकी उल्टियां शुरू हो गईं। घबराकर घरवाले उसे अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टर ने पहले उसकी ईसीजी (ECG) की और टेस्ट के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। संजय की मौत के बाद डॉक्टर ने परिवार से उसका पोस्टमॉर्टम करवाने और उसकी पर्ची बनवाने को कहा, लेकिन उन्हें लगा कि संजय के पिता फंस जाएंगे। इसलिए वो शव को बिना पोस्टमॉर्टम के ही लेकर चले गए।
मृतक संजय के शव को लेकर परिवार घर पहुंचा और पिता को बचाने के लिए लोगों से कहा कि चोट लगने के बाद संजय की मौत हो गई। इसके बाद वो शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। अंतिम संस्कार होने ही वाला था कि वहां पुलिस पहुंच गई। पुलिस शव को कब्जे में ले लिया। मामले में पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू और मृतक के कपड़े बरामद किए। साथ ही हत्या के आरोपी पिता कैलाश सोनी की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस ने बताया कि परिवार के लोग जब मृतक संजय के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, उस समय उसके पिता कैलाश शराब के नशे में घर के बाहर ही घूम रहे थे। कैलाश कह रहे थे कि इसे (मृतक बेटे को) जल्द ले जाओ और इसका अंतिम संस्कार कर दो।