खंडवा अक्सर शादी से पहले लड़के या लड़की के जॉब प्रोफाइल को देखा जाता है और फिर रिश्ते तय होते है। पर आज हम आपको एक दृष्टिबाधित जोड़े की जिसने शिव मंदिर में शादी करके सीधे क्लेक्टर से आशीर्वाद लेने पहुंचे। साथ ही शासकीय योजनाओं और जॉब के लिए गुहार लगाई। क्लेक्टर ने भी इनकी बात सुनकर शासकीय योजनाओं लाभ का आश्वासन दिया है।

बता दें कि एक नवविवाहित जोड़ा सात फेरे लेकर सीधे जनसुनवाई में पहुंच गया। यहां सबसे पहले तो उन्होंने कलेक्टर का आशीर्वाद लिया और आशीर्वाद में उनसे मांग लिया कि हमें योजनाओं का लाभ दिलाएं। कलेक्टर ने भी उन्हें पात्रता के अनुसार लाभ दिलाने का आश्वासन देख लिया।

सुर्ख लाल जोड़ा, हाथों में मेहंदी और पायल की छन-छन के साथ आगे बढ़ती दुल्हन और गले में माला व काला चश्मा लगाए दुल्हे राजा भी उनका हाथ थामे हुए हैं। आसपास के लोग इन्हें थोड़ा संभालते हुए रास्ता इसलिए बता रहे हैं, क्योंकि दूल्हा-दुल्हन दोनों ही दिव्यांग हैं।

दुल्हन शोभा देवकर खंडवा की है तो वहीं दूल्हा सतना का रहने वाला है। इनके परिवार की मौजूदगी में कलेक्ट्रेट परिसर में ही स्थित शिव मंदिर में रीति-रिवाज से तो वहीं कलेक्ट्रेट में कोर्ट मैरिज की। फिर सीधे जनसुनवाई में पहुंचे। जहां कलेक्टर अनूप कुमार सिंह से आशीर्वाद लिया। आशीर्वाद में इन्होंने कलेक्टर से योजनाओं का लाभ मांग लिया। दुल्हन शोभा ने बताया कि परिवार में एक भाई दिव्यांग है, जबकि एक भाई

की असामयिक मौत हो गई है। उच्च शिक्षित होने के बावजूद हम बेरोजगार हैं, इसलिए रोजगार की गुहार लगा रहे हैं।
नवविवाहित जोड़े की फरियाद सुनने के बाद खंडवा कलेक्टर ने भी इन्हें आश्वासन दिया है। उन्होंने इनकी बात सुनी और इसके बाद तत्काल सामाजिक न्याय विभाग के उपसंचालक के पास भेजा। यहां से संचालित योजनाओं का लाभ देने के भी निर्देश कलेक्टर ने संबधित अधिकारियों को दिए हैं।

उक्त मामले में वकील दशरथ सिसोटे ने कहा कि यहां शादी करने के बाद इन उच्च शिक्षित दूल्हा दुल्हन ने अपने लिए सहायता मांगी है। उम्मीद कर सकते हैं कि इनकी फरियाद सुनी जाए और इन्हें जल्द सहायता मिले। इनके वकील ने कहा कि यह शिक्षित जोड़ा दिव्यांग है इन्हें जॉब मिल जाये तो जिंदगी आसान हो जाए।