नई दिल्ली । ञानवापी मस्जिद में सर्वे चल रहा है। इसी बीच बाबा बागेश्वर धाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इसे मस्जिद कहना बंद कीजिए, यह शिव मंदिर है। उन्होंने ज्ञानवापी को शिव मंदिर बताया और इसे मस्जिद कहने पर आपत्ति जताई। इस दौरान उन्होंने नूंह हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे देश के लिए दुर्भाग्य बताया। गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री पहले ही यह बात कह चुके हैं कि उनका लक्ष्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है।
दरअसल, ज्ञानवापी पर चल रहे सर्वे को लेकर जब धीरेंद्र शास्त्री से सवाल किया गया तो उनका कहना था ‘ज्ञानवापी मस्जिद नहीं है। सबसे पहले तो यह कहना बंद कर दो। ज्ञानवापी भगवान शंकर का मंदिर है।’ धीरेंद्र शास्त्री की बात सुनकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बात याद आ गई। सीएम योगी ने हाल ही में ज्ञानवापी को मस्जिद कहने पर आपत्ति दर्ज की थी।
योगी आदित्यनाथ ने न्यूज एजेंसी ANI के साथ बातचीत में बड़ा बयान देते हुए कहा था कि ज्ञानवापी को अगर हम मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा। मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है वो देखे न। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखा है।
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि ज्योतिर्लिंग है, देव प्रतिमाएं हैं, पूरी दीवारें चिल्ला-चिल्ला क्या कह रही हैं? योगी ने कहा कि और मुझे लगता है कि यह प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए कि साहेब एतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो। दरअसल, स्थानीय अदालत, हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से मिली अनुमति के बाद ज्ञानवापी में सर्वे जारी है।
नूंह पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- देश का दुर्भाग्य है
धीरेंद्र शास्त्री से नूंह पर हुई हिंसा पर भी सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि सनातनी हिंदू इस प्रकार के कार्य देख रहे हैं। सब लोग जा जाओ। दरअसल, 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में ब्रजमंडल यात्रा पर हमला किया गया। इसके बाद नूंह में हिंसा भड़क गई थी। हिंसा के कराण 6 लोगों की जान चली गई थी। जबकि कई लोग घायल हो गए थे।गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। वे पहले भी खुलकर बोल चुके हैं कि वे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। वे इस दिशा में काम भी कर रहे हैं।