मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के देवेंद्रनगर थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार और आरक्षक अमर सिंह बागरी को 1 जनवरी को सागर लोकायुक्त की टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। और कार्यवाही के दौरान लोकायुक्त की टीम को चकमा देकर भागने वालीं टीआई मैडम पर अब निलंबन की गाज गिर गई है। मामले को लेकर अब पन्ना एसपी धर्मराज मीणा ने कार्यवाही करते हुए टीआई और आरक्षक को निलंबित कर दिया है। पन्ना एसपी ने बताया कि लोकायुक्त के प्रतिवेदन के आधार थाना प्रभारी और आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
यह था पूरा मामला जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के देवेंद्रनगर थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने विनोद यादव निवासी ग्राम खमरिया से मारपीट के मामले में धाराएं बढ़ाने एवं फ़रियादी के पक्ष के लोगों को मामले में रियायत देने के एवज में 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।जिसमे फरियादी विनोद यादव ने 10 हजार रुपए की पहली किश्त आरक्षक अमर सिंह के माध्यम से पहले दी थी।और फिर आरक्षक के माध्यम थाना प्रभारी मैडम 50 की मांग कर रही थी।
जिससे परेशान होकर युवक ने सागर लोकायुक्त एसपी रामेश्वर सिंह यादव के कार्यालय में शिकायत की।और फिर 1 जनवरी की शाम थाना देवेंद्रनगर में लोकायुक्त की टीम का छापा पड़ा।और थाना परिसर में बने टीआई मैडम के आवास में फरियादी से टीआई और आरक्षक को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। हालांकि लोकायुक्त की कार्यवाही के दौरान देवेंद्रनगर थाना परिसर में काफी विवादित स्तिथ बन गई थी।ट्रेप करने के दौरान पहले आरक्षक अमर फरियादी से रिश्वत के लिए रकम छोड़कर भाग गए।और टीआई मैडम लोकायुक्त की कार्यवाही के दौरान बाथरूम का बहाना बनाकर भाग गई। वहीं लोकायुक्त की टीम व पुलिस के बीच बात विवाद और झींकाझपटी भी हुई थी। हालांकि जिस प्रकार लोकायुक्त की कार्यवाही के दौरान टीआई मैड़म भाग गई थी।उसे अब पुलिस की छवि धूमिल हो रही है।वहीं कार्यवाही के बाद थाना देवेंद्रनगर में सन्नाटा पसरा हुआ है।लेकिन अभी थाने में किसी ओर थाना प्रभारी को नियुक्त नही किया गया है।ऐसे में थाना स्टाफ के द्वारा ही कामकाज संभाला जा रहा है।