सागर। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में लोकायुक्त पुलिस सागर ने रिश्वतखोर डिप्टी रेंजर को रंगे हाथों पकड़ा है। उसने एक फॉरेस्ट गार्ड के खिलाफ जांच उसके पक्ष में करने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। जब फॉरेस्ट गार्ड रिश्वत की राशि देने गया तब जाल बिछाकर लोकायुक्त ने डिप्टी रेंजर को पकड़ लिया।

टीकमगढ़ में रहने वाले रामसेवक अहिरवार आहार सर्कल रेंज बलदेवगढ़ में फॉरेस्ट गार्ड हैं। उनके खिलाफ एक जांच चल रही है। डिप्टी रेंजर गोपाल सिंह मुवेल ने अहिरवार के खिलाफ लंबित जांच उसके पक्ष में करने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। अहिरवार 59 साल के हैं और रिटायरमेंट से पहले लंबित जांच खत्म करने के संबंध में डिप्टी रेंजर से मिले थे। तब यह मांग की गई थी।

शिकायत मिलने पर डीएसपी राजेश खेड़े के नेतृत्व में टीम तैयार की गई। इसमें इंस्पेक्टर अभिषेक वर्मा, इंस्पेक्टर रोशनी जैन और अन्य स्टाफ को रखा गया। सोमवार को जब अहिरवार पैसे देने के लिए मुवेल से उसके घर जाकर मिले तो लोकायुक्त टीम की नजर थी। जैसे ही रिश्वत की राशि मुवेल को दी गई, लोकायुक्त ने उसे ट्रैप कर लिया।