रीवा लोकायुक्त ने सतना जिले के परसमनिया वन चौकी में डिप्टी रेंजर धीरेन्द्र चतुर्वेदी को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। टीम ने डिप्टी रेंजर के बीट गार्ड अनिल मांझी को भी हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
लोकायुक्त रीवा एसपी ने बताया कि उचेहरा के परसमनिया पठान में नल-जल योजना का कार्य कर रही गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी के एक कर्मचारी से 30 हजार रुपये उचेहरा वन परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर धीरेंद्र चतुर्वेदी तथा बीट गार्ड अनिल मांझी ने रिश्वत में मांगे थे। शिकायत के बाद 30 हजार रुपये उचेहरा के परसमनिया स्थित एक कार्यालय में लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम महाराज कुरैशी निवासी ठेकेदार मुन्नू पिता विष्णु दत्त पांडे ने रीवा लोकायुक्त में शिकायत की थी कि डिप्टी रेंजर धीरेंद्र चतुर्वेदी द्वारा एक वर्ष पूर्व जब्त डंपर को छोड़ने के एवज में 50 हजार की रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायतकर्ता का कहना था कि उसकी फार्म की जेसीबी 24 मई 22 को पहाड़ी परसमनिया रोड पर चल रही थी तभी परसमनिया वन चौकी के डिप्टी रेंजर धीरेंद्र चतुर्वेदी अपने साथियों के साथ आए और कहने लगे कि तुम लोग वन क्षेत्र में खुदाई कर रहे हो, पेड़ों को नुकसान पहुंचा रहे हो और झूठा पंचनामा बना लिया और हमें वहां से भगा दिया। हमारा काम रोक दिया और बाद में कहने लगे कि तुम्हारी जेसीबी मशीन रात 7:00 बजे तक राजसात हो जाएगी। इस बात का डर दिखाकर पहले पचास हजार की रिश्वत की मांग की गई थी, बाद में तीस हजार देना तय किया गया था। शिकायत सत्यापन के दौरान पांच हजार ले लिए गए थे। 20 हजार रुपये और मांगे जा रहे हैं।
ठेकेदार मुन्नू पांडे की शिकायत पर रीवा लोकायुक्त के डीएसपी राजेश पाठक, निरीक्षक प्रमेंद्र सिंह सहित 20 सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को परसमनिया वन चौकी में डिप्टी रेंजर को उसी के कक्ष से रंगेहाथों पकड़ा है। इसके अलावा टीम ने मौके पर मौजूद बीट गार्ड अनिल माझी को भी हिरासत में लिया है। लोकायुक्त टीम ने मौके से एक लाख नकद, एक बगैर लाइसेंसी देसी पिस्टल व 32 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इनको भी प्रकरण में जब्त किया गया है। प्रकरण में आर्म्स एक्ट की कार्रवाई भी की जा रही है।