मेरठ। UP में कोरोना के बाद अब डेंगू ने अपने पैर पसार दिए हैं। राज्य के मेरठ की बात करें तो यहां हालात अब खराब होते जा रहे हैं । यहां एक दिन में सबसे ज्यादा 37 नए मरीज मिले। साथ ही जिले में जीका वायरस के खतरे को देखते हुए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन करने के निर्देश दिए गए हैं। मेरठ में मंगलवार को 37 नए मरीज मिले। जो एक दिन में दर्ज किए गए सबसे ज्यादा मामले हैं। जिले में अबतक मरीजों की संख्या 1152 पहुंच गई है। इनमें से 875 ठीक हो चुके हैं। वहीं 277 केस अब भी एक्टिव हैं, जिनमें से 94 अस्पतालों में भर्ती हैं और 183 घर पर इलाज करा रहे हैं। इसके साथ जीका वायरस का खतरा भी बढ़ गया है जिसे देखते हुए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन करने और लक्षणों वाले मरीजों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। अपर निदेशक स्वास्थ्य डा राजकुमार ने यह निर्देश दिए। यह टीम बुखार पीड़ित मरीजों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं और जीका वायरस प्रभावित राज्य केरल व राजस्थान से आने वाले लोगों की निगरानी करेगी। वहीं विदेश यात्रा खासकर अफ्रीकी देशों से आने वालों पर भी नजर रखी जाएगी। साथ ही संभावित मरीजों की जांच के लिए सैंपल लिए जाएंगे।
वहीं पूरे राज्य की बात करें तो इस बार डेंगू के मामलों ने पिछले पांच साल के रिकार्ड को तोड़ दिया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या 18 हजार को पार कर गई है। जबकि ये सरकारी आंकड़ा है और माना जा रहा है कि वास्तविक आंकड़ा इससे कहीं अधिक है।राज्य में इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या पिछले पांच साल में सबसे ज्यादा है। राज्य में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अब तक डेंगू के कुल मामलों में से एक तिहाई से अधिक अकेले फिरोजाबाद जिले के हैं, जहां डेंगू ने कहर बरपा रखा है। यहां अब तक छह हजार से अधिक मरीज डेंगू के मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अब तक सभी 73 जिलों में डेंगू के मामले पाए गए हैं और अब तक सिर्फ सात मौतें ही दर्ज की गई हैं।