भोपाल। मौसम में बदलाव के साथ मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढऩे लगा है। यह मच्छरों के लिए अनुकूल मौसम है। इस मौसम में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियां जैसे मलेरिया-डेंगू तेजी से फैलती हैं। इनसे बचने का सबसे आसान तरीका है कि अपने आसपास मच्छरों को पनपने ही नहीं दिया जाए। मच्छर वहां पैदा होते हैं जहां पानी जमा होता है। घरों में गमला, कूलर, टायर आदि कई वस्तुएं हैं जिनमें आसानी से पानी जमा हो जाता है। जिला मलेरिया अधिकारियों ने बताया कि अक्सर देखने में आता है कि मलेरिया और डेंगू को लेकर लोग लापरवाही बरतते हैं। यह अनदेखी कई बार महंगी पड़ती है। शासकीय अस्पतालों और डिस्पेंसरी में इन बीमारियों की जांच की निश्शुल्क व्यवस्था है। जरूरत है हमें खुद अपने आपको जागरूक और सजग बनाए रखने की। स्वास्थ्य विभाग ने इन बीमारियों से बचने के लिए एडवायजरी जारी की है।

ये होते हैं मलेरिया, डेंगू के लक्षण

  • मलेरिया: ठंड लगकर तेज बुखार जो 103-104 डिग्री तक जा सकता है। यह बुखार बार-बार चढ़ता-उतरता रहता है। इसके अलावा सिर दर्द और उल्टी भी इसके लक्षण हैं।
  • डेंगू : यह बुखार मलेरिया के मुकाबले कम रहता है। जोड़ों में दर्द रहेगा। शरीर में जगह-जगह चकते आ जाते हैं। शरीर में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। दरअसल डेंगू का वायरस शरीर में प्रवेश कर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचा देता है।

इन बातों का भी रखें ध्यान
मलेरिया और डेंगू की अनदेखी महंगी पड़ सकती है। सामान्य नजर आने वाली ये दोनों बीमारियां लापरवाही के चलते जानलेवा साबित हो सकती हैं। शासकीय अस्पतालों और डिस्पेंसरी में इन दोनों बीमारियों की जांच नि:शुल्क उपलब्ध है। खून की जांच कर आसानी से इनका पता लगाया जा सकता है। डेंगू और मलेरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को नहीं होता है।

बचाव के लिए ये करें

  • घर और आसपास सफाई रखें, पानी जमा न होने दें।
  • कूलर, टायर, गमले आदि में पानी जमा हो तो तुरंत खाली कर दें।
  • घर में पानी जमाकर रखना जरूरी हो तो उसे ढंककर रखें। अगर पानी ऐसा है जो आने वाले दिनों के लिए जमा कर रखा है तो उस पर जला हुआ तेल डाल दें। इससे पानी में लार्वा नहीं पनप सकेंगे।
  • सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
  • इस मौसम में पूरी बाह के कपड़ें पहनें, शरीर को ढंककर रखें।