नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना की कमिश्नर राकेश अस्थाना एक्शन में आ गए हैं और उन्होंने पुलिस सुधार की दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। राकेश अस्थाना ने सिक्योरिटी ऑडिट के बाद लोगों और अफसरों की सुरक्षा तथा निजी ड्यूटी में लगे 500 पुलिस वालों को सुरक्षा कर्तव्यों से हटाया है। राजधानी दिल्ली में कानून प्रवर्तन को प्रभावी और जवाबदेह बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने थानों में सक्रिय रूप से ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों की सूची भी मांगी है। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा ऑडिट के बाद कई रिटायर्ड पुलिस अफसरों के यहां तैनात पुलिसकर्मियों को हटाया गया।
जिन पुलिसकर्मियों को सुरक्षा कर्तव्यों से मुक्त किया गया है वे सालों से अफसरों और नेताओं के घरों में ड्यूटी कर रहे थे। इनमें से कई जवान पूर्व पुलिस कमिश्नर और दूसरे अफसरों की सुरक्षा में तैनात थे। जानकारी के मुताबिक, पुलिसकर्मी अफसरों के निजी काम करते थे। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने थानों में सक्रिय रूप से ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की लिस्ट मांगी है।
कई अन्य लोगों की सुरक्षा को भी दिल्ली पुलिस ने डाउनग्रेड कर दिया है क्योंकि उन्हें कोई खतरा नहीं था, केवल स्टेटस सिंबल के लिए उनके पास सुरक्षा थी। इसके अलावा, पुलिस आयुक्त ने सभी पुलिस स्टेशनों को एक्टिव ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की संख्या की रिपोर्ट करने के लिए कहा है, ताकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने कर्मचारियों को नई पोस्टिंग पर अपने साथ ना ले जा सकें।
यह पाया गया कि कुछ अधिकारी अपने साथ लगभग 20 से 30 कर्मचारियों को अपनी नई पोस्टिंग पर ले गए, जिससे पिछली यूनिट में स्टाफ की कमी हो गई। ऐसे में कर्मचारियों जिसमें इंस्पेक्टर भी शामिल हैं, पोस्टिड यूनिट के प्रति जवाबदेह हैं, वे जिस अधिकारी के लिए काम कर रहे थे, उसके निजी कर्मचारी बन गए थे। अधिकारियों द्वारा इन कर्मचारियों को सब्जी खरीदने और बच्चों को स्कूल छोड़ने जैसे व्यक्तिगत कामों पर लगाया गया था।