बांदा। करीब ढाई साल से बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात हार्ट अटैक (कार्डिया अरेस्ट) से मौत हो गई। मुख्तार को मौत से करीब तीन घंटे पहले ही इलाज के लिए मंडलीय कारागार से मेडिकल कॉलेज लाया गया था। जहां नौ डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी थी। रात करीब साढ़े दस बजे प्रशासन ने मुख्तार की मौत की सूचना सार्वजनिक की। तब तक मुख्तार के परिवार का कोई सदस्य मेडिकल कॉलेज नहीं पहुंचा था।
मुख्तार की आखिरी रस्म के लिए जेल से लाया जाएगा बेटा अब्बास
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कई इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी कासगंज जेल में बंद है. अब्बास अंसारी को पुलिस सुरक्षा में मुख्तार की आखिरी रस्म के लिए लाया जाएगा.
ख्तार अंसारी को हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं अस्पातल में इलाज के दौरान मुख्तार अंसरी की मौत हो गई. मुख्तार अंसारी की मौत पर समाजवादी पार्टी ने दुख जताया है. सपा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-“पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का इंतकाल, दुःखद. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो.विनम्र श्रद्धांजलि !”
मुख्तार का परिवार भी बांदा के लिए लखनऊ से चल चुका है। इधर हालात बिगड़ने न पाए, इसके लिए जिले भर की पुलिस फोर्स को अलर्ट कर दिया गया है। जेल के भीतर भी पुलिस फोर्स तैनात है। देर रात तक डीएम और एसपी भी मेडिकल कॉलेज में मौजूद रहे और मुख्तार की पल-पल की खबर लेते रहे।
बता दें कि दो दिन पहले 26 मार्च को मुख्तार ने जेल प्रशासन से पेट में दर्द की शिकायत की थी। इसके बाद उसे तत्काल ही मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने ओवर ईटिंग व कब्ज बताकर इलाज किया और 14 घंटे बाद उसी दिन देर शाम उसे वापस मंडलीय कारागार भेज दिया था। इधर, गुरुवार शाम साढ़े सात बजे के आसपास अचानक मुख्तार की तबीयत बिगड़ने पर प्रशासन ने आनन-फानन उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
मुख्तार अंसारी की मौत की जांच कराएगी योगी सरकार
मुख्तार अंसारी की मौत की जांच के लिए यूपी सरकार न्यायिक आयोग का गठन कर सकती है. हाईकोर्ट के पूर्व जज से जांच करा सकती है यूपी सरकार. शासन स्तर पर इसकी संभावना तलाशी जा रही है.
दोपहर से बिगड़ी थी तबीयत, खाई थी सिर्फ खिचड़ी
दो दिन पहले मेडिकल कॉलेज से आने के बाद मुख्तार ने खाना-पीना न के बराबर कर दिया था। बुधवार तक कुछ फल ही खाए थे। जेल सूत्रों के मुताबिक गुरुवार दोपहर से उसकी तबीयत दोबारा बिगड़ने लगी थी। सूचना मिलते ही जिला अस्पताल के तीन डॉक्टरों की टीम ने मौके पर पहुंच कर उसकी सेहत की जांच की थी। गुरुवार को मुख्तार ने सिर्फ थोड़ी सी खिचड़ी ही खाई थी।
प्रशासन खामोश, फोर्स के साथ अर्धसैनिक बल भी तैनात
मुख्तार अंसारी के निधन की सूचना पर मोहम्मदाबाद उनके पैतृक आवास फाटक पर समर्थकों और स्थानीय निवासियों की भीड़ जमा हो रही है।रात करीब आठ बजे जैसे ही प्रशासन के अधिकारी एंबुलेंस से मुख्तार को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे, वहां भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। डॉक्टरों की टीम के साथ डीएम और एसपी भी मेडिकल कॉलेज के भीतर दाखिल हो गए। इसके बाद जैसे-जैसे समय बीतता गया और जिले में ही नहीं प्रदेश भर में मुख्तार को लेकर तरह तरह की चर्चाएं होना शुरू हुई, वैसे ही फोर्स की तादात भी बढ़ती चली गई। यहां तक कि रात के साढ़े नौ बजे तक अर्धसैनिक बल भी तैनात कर दिया गया। डीएम और एसपी पिछले एक घंटे से मेडिकल कॉलेज के भीतर ही हैं। कोई डॉक्टर भी बाहर नहीं निकल रहा है। बाहर खड़े लोगों को मुख्तार के परिजनों के आने का इंतजार है।
मुख्तार अंसारी को मिली सजा
- 23 सितंबर 2022 को लखनऊ के हजरतगंज में दर्ज गैंगस्टर एक्ट में 2 साल की कैद और 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया था।
- 21 सितंबर 2022 को लखनऊ में सरकारी कर्मचारी को काम से रोकने और धमकाने के मामले में 2 साल की कैद और 10 हजार जुर्माना।
- 15 दिसंबर 2022 को 1996 में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मामले में गाजीपुर के MP-MLA कोर्ट ने 10 साल की सजा 5 लाख रुपए जुर्माना लगाया।
- 29 अप्रैल 2023 को कृष्णा नंद राय हत्याकांड और नंदकिशोर रूंगटा अपहरण कांड में लगाए गए गैंगस्टर एक्ट में 10 साल की जेल और 5 लाख जुर्माना।
- 5 जून 2023 को अवधेश राय हत्याकांड में उम्रकैद हुई थी।
- 28 अक्टूबर 2023 को कपिल देव सिंह की हत्या मामले में 10 साल की कैद और पांच लाख रुपए जुर्माना लगाया था।
- 15 दिसंबर 2023 को मुख्तार को रूंगटा धमकी केस में वाराणसी की MP-MLA कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई थी।
चुनावी हलफनामे में मुख्तार के पास 22 करोड़ की प्रॉपर्टी
चुनावी हलफनामे बताते हैं कि अंसारी ब्रदर्स अब भी करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी के मालिक हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में दिए शपथ पत्र में मुख्तार अंसारी ने 21.88 करोड़ रुपए की संपत्ति बताई थी। इसमें 3.23 करोड़ रुपए की एग्रीकल्चर लैंड, 4.90 करोड़ की नॉन एग्रीकल्चर लैंड, 12.45 करोड़ की कॉमर्शियल बिल्डिंग और 1.70 करोड़ की रेसिडेंशियल बिल्डिंग शामिल थीं।
वहीं, अफजाल अंसारी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में इलेक्शन कमीशन को दिए शपथ पत्र में 13.79 करोड़ रुपए की संपत्ति बताई थी। इसमें 3.36 करोड़ रुपए की एग्रीकल्चर लैंड, 14 लाख की नॉन-एग्रीकल्चर लैंड, 1.53 करोड़ की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी शामिल थी।
अफजाल ने प्रॉपर्टी में 1.08 लाख की चल संपत्ति और 12.70 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति का दावा किया था। अफजाल अंसारी इस बार सपा के टिकट पर गाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।