भोपाल। शहर के टीटी नगर इलाके से करीब पांच दिन पहले लापता हुए जुड़वा नवजातों के शव मंगलवार सुबह रविशंकर नगर के पास स्थित बोर्ड आॅफिस कॉलोनी के पास स्थित एक स्कूल के नजदीक खाली प्लॉट पर कचरे से ढेर में मिले हैं। दोनों शव को पुलिस ने बरामद करके पीएम के लिए भेज दिया है। पुलिस का शुरुआती दावा है कि दोनों नवजातों की गला घोंटकर हत्या की गई है। ऐसे में अब पुलिस संदेही में शामिल नवजातों के पिता और मां से पूछताछ कर रही है।
मां ने लगाए पति पर आरोप
पुलिस का कहना है कि दोनों शव पुलिस ने बच्चों की मां सपना धाकड़ की निशानदेही पर बरामद किए हैं। नवजातों की मां ने बताया कि पति से उसकी नहीं बनती थी। आर्थिक तंगी को लेकर उन दोनों के बीच आए दिन विवाद और मारपीट होती थी। ऐसे में पुलिस ने पति से पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि दोनों नवजातों की बॉडी खराब हो चुकी है। नवजातों की मां भी बार-बार अपने बयान बदल रही है। पूछताछ के दौरान अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर पुलिस ने उसे जेपी अस्पताल में भर्ती कराया था। ऐसे में अब उससे पूछताछ की जा रही है।
यह है पूरा मामला
सपना धाकड़ मूलत: बैरसिया की रहने वाली है। 2017 में उसकी शादी कोलार गेस्ट हाउस के पास रहने वाले बृजमोहन धाकड़ (28) से हुई थी। सपना ने (7 सितंबर) को जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। करीब पांच दिन पहले शुक्रवार तड़के 4.30 बजे जब परिवार वाले सो रहे थे, तब वह दोनों बच्चों को लेकर घर से निकल गई। उसे पुलिस को पहले बताया कि उसे बैरसिया अपने मायके जाना था। वह माता मंदिर होकर पैदल चलकर रंगमहल चौराहे पहुंची। वहां से उसके बच्चे गायब हो गए।
हबीबगंज थाना इलाके में मिले थे बच्चों के कपड़े
शुक्रवार सुबह जब महिला और बच्चे घर में नहीं दिखे तो पति ने फोन किया। पत्नी ने उसे कुछ भी बताने से मना कर दिया। जब महिला के पति ने पता किया तो वह रंगमहल पर मिली। पति ने बच्चों के बारे में पूछा तो बताया कि बच्चे चोरी हो गए हैं। इसके बाद दोनों पति-पत्नी ने टीटी नगर थाने में केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस की पड़ताल में दोनों बच्चों के कपड़े हबीबगंज थाना इलाके में मिले थे।
बार-बार बयान बदल रही मां
बच्चों की मां ने पुलिस को बताया था कि वह रंगमहल चौक पैदल पहुंची थी। पुलिस ने जब सीसीटीवी कैमरे देखे, तो महिला सिटी बस से उतरते दिखी और उसके साथ बच्चे नहीं दिखे। पुलिस ने जब बस ड्राइवर और क्लीनर से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि महिला शुक्रवार सुबह 6.30 बजे सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के पास से बस में बैठी थी। उसके पास बच्चे नहीं थे। पुलिस ने इस आधार पर जब महिला से दोबारा पूछताछ की, तो उसने बोला कि वह भूल गई बच्चे कहां गए।