2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से अब तक हुए उपचुनावों में बीजेपी को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। 2014 के बाद से 23 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हो चुके हैं। इनमें बीजेपी ने करीब 21 सीटों पर चुनाव लड़ा। हालांकि, खाली हुई 11 नई सीटों को जीतने की बात तो दूर, पार्टी ने खुद के कब्जे वाली 10 में से 6 सीटें गवां दीं। ये आंकड़ा चौंकाने वाला इसलिए है, क्योंकि इन्हीं चार वर्षों में पार्टी ने 10 नए राज्यों में अपने नेतृत्व वाली सरकार बनाई। बीजेपी उपचुनावों में जिन सीटों को हारी उनमें से 4 कांग्रेस, 2 सपा के पास हैं। इसके अलावा एनडीए गठबंधन की दो सीटों में से भी एक ही बच पाई है। बीजेपी ने 6 में से 4 सीटें पिछले दो माह में ही गंवाई हैं।

#ये 4 सीट कांग्रेस ने छीन ली

1. रतलाम: बीजेपी के दिलीपसिंह भूरिया के निधन (2015) के बाद मप्र की इस सीट पर बेटी निर्मला लड़ीं। वे कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया से 88 हजार मतों से हार गईं।

2. गुरदासपुर: पंजाब में बीजेपी की यह सीट अभिनेता विनोद खन्ना के निधन(2017) के बाद खाली हुई। कांग्रेस के सुनील जाखड़ 1.93 लाख वोटों से जीते।

3. अलवर: 2017 में बीजेपी सांसद महंत चांदनाथ के निधन के बाद पार्टी के जसवंतसिंह यादव लड़े। वे कांग्रेस के करणसिंह यादव से 1.96 लाख वोटों से हरा गए।

4. अजमेर: अगस्त 2017 में बीजेपी सांसद सांवरलाल जाट के निधन के बाद बीजेपी ने रामस्वरूप लांबा को टिकट दिया। वे कांग्रेस के रघु शर्मा से 84 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए।

#ये 2 सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गईं

1. गोरखपुर: यूपी की यह सीट योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी। अब यहां से समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद 21 हजार 881 वोटों से जीते हैं।
2. फूलपुर: उत्तरप्रदेश की यह सीट बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य के उप-मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी। उपचुनाव में सपा के नागेंद्र सिंह पाल 59 हजार वोटों से जीते हैं।

#जहां गठबंधन में बीजेपी, वहां 1 बरकरार, 1 हारी

1.तुरा: मेघालय की यह सीट नेशनल पिपुल्स पार्टी के पीए संगमा की थी। 2016 में उनके निधन के बाद बेटे कॉनराड ने इसे 137285 मतों के अंतर से जीता।
2.श्रीनगर: पीडीपी ने तारीक हमीद करार के इस्तीफे के बाद नजीर अहमद को टिकट दिया। वे नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला से 10 हजार वोटों से हार गए।

#यहां चुनाव बाकी: उत्तरप्रदेेश की कैराना, महाराष्ट्र की पालघर तथा गोंदियां सीट जो 2014 में बीजेपी के खाते में थीं, खाली हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग सीट खाली है। नगालैंड की एकमात्र सीट और मेघालय में तुरा सीट खाली हुई हैं।

#इस तरह सीमा रेखा पर आ गई है सबसे बड़ी पार्टी

– 282 लोकसभा सीटें भारतीय जनता पार्टी के खाते में आई थीं, 2014 के लोकसभा चुनावों में।

– 273 लोकसभा सीटें हैं अब बीजेपी के पास। यानी बहुमत के आंकड़े से सिर्फ 1 सीट ज्यादा।

– 09 सीटें घटीं। 6 बीजेपी हारी। पार्टी की 3 सीट (कैराना, पालघर तथा गोंदिया) खाली हो गई हैं।

-हालांकि सरकार को खतरा नहीं, बीजेपी की 273 और सहयोगी दलों की मिलाकर एनडीए के पास 315 सीट हैं।

#पार्टी सिर्फ ये 4 सीट रख पाई बरकरार

1. वडोदरा:गुजरात की यह लोकसभा सीट नरेंद्र मोदी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। उनकी जगह इस सीट से रंजनबेन भट्‌ट ने उपचुनाव लड़ा और कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी को 3 लाख 29 हजार 507 वोटों के अंतर से हराया।

2. बीड:महाराष्ट्र की यह सीट बीजेपी नेता गोपीनाथ मंुडे के सड़क हादसे में निधन के बाद खाली हुई थी। यहां से मुंडे की छोटी बेटी प्रीतम ने चुनाव लड़ा। उन्हें 71% से ज्यादा ‌वोट मिले। कांग्रेस के उम्मीदवार से 6 लाख 69 हजार 321 वोट ज्यादा।

3. लखीमपुर: इस सीट से बीजेपी के सर्बानंद सोनोवाल सांसद चुने गए थे। 2016 में असम का मुख्यमंत्री बनने के लिए उन्होंने सीट छोड़ी। पार्टी ने प्रधान बरुआ को टिकट दिया वे कांग्रेस के प्रत्याशी से 190219 मतों के अंतर से जीते।

4. शहडोल: बीजेपी के दलपत सिंह परसते के निधन के बाद मध्यप्रदेश की यह सीट रिक्त हुई थी। पार्टी ने यहां से ज्ञान सिंह को टिकट दिया। ज्ञान सिंह यहां करीबी मुकाबले में कांग्रेस के हिमांद्री सिंह से 60 हजार वोटों से जीते।

#चार सीट जो मुख्यमंत्री बन जाने के कारण खाली हुईं

– तेलंगाना में चंद्रशेखर राव ने मेडक सीट छोड़ी। सीट फिर से उनकी पार्टी टीडीपी ने जीती।

– उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सीट छोड़ी। योगी के बाद यह सीट सपा ने जीत ली।

– पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर सीट छोड़ी। कैप्टन के बाद भी यहां कांग्रेस का कब्जा।

– असम में सर्बानंद सोनोवाल ने लखीमपुर सीट छोड़ी। सोनोवाल हटे, लेकिन अब भी भाजपा जीती।

– अब कॉनराड संगमा के मेघालय का और नेफियू रियो के नगालैंड का मुख्यमंत्री बनने से तुरा और नगालैंड सीटें खाली होंगी।

#दो-दो सीटें जो मोदी और मुलायम ने जीतीं
– प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान गुजरात के वडोदरा तथा उत्तरप्रदेश के वाराणसी से चुनाव लड़ा। वे दोनों सीटों पर जीते। बाद में उन्होंने वडोदरा सीट छोड़ दी। मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी और आजमगड़ से चुनाव लड़ा था। बाद में मैनपुरी सीट छोड़ दी।

#ये 11 नई सीटें बीजेपी हारी, जीती 6 गंवा भी दीं

1. कंधमाल- ओडिशा की यह सीट बीजू जनता दल की प्रत्यूषा सिंह ने जीतीं।
2. मेढक- तेलंगाना की यह सीट चंद्रशेखर राव के मुख्यमंत्री बनने से खाली हुई। टीआरएस के प्रभाकर रेड्‌डी ने जीती।
3. मैनपुरी- मुलायम सिंह से सीट छोड़ी समाजवादी पार्टी के तेज प्रतापसिंह जीते।
4. बंगांव- प. बंगाल की इस सीट से तृणमूल कांग्रेस की ममता चुनाव जीतीं।
5. कूचबिहार- तृणमूल कांग्रेस के रेणुका सिन्हा के निधन के बाद पार्थ प्रतीम जीते।
6. अमृतसर- कै. अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह जीते।
7. वारंगल- तेलंगाना राष्ट्र समिति केे पी. दयाकर चुनाव जीते।
8. तमलुक- सुवेंदु अधिकारी ने सीट छोड़ी। तृणमूल के दिब्येंदु अधिकारी जीते।
9. मल्लापुरम- ई.अहमद के निधन के बाद उन्ही की पार्टी केे पीके कुन्हालीकुट्टी जीते।
10. उलुबेरिया- सुल्तान अहमद सांसद थे। बंगाल में मंत्री बने। पत्नी सजाद जीतीं।
11. अररिया- राजद सांसद मो. तसलीमुद्दीन के निधन के बाद राजद से सरफराज जीते।

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