ग्वालियर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा मध्यप्रदेश दौरे के दौरान अपने कार्यकर्ताओं से सपा-बसपा के उम्मीदवारों की मदद का आह्वान करने के बाद ग्वालियर-चंबल संभाग में भाजपा को हार का खतरा मंडराने लगा है। यहां की अधिकांश सीटों पर भाजपा के बागी उम्मीदवार सपा-बसपा के टिकट पर मैदान में डटे हुए हैं और वे भाजपा के ही वोट काटेंगे। इन प्रत्याशियों में भिंड जिले की विधानसभा सीट से संजीवसिंह कुशवाह, अटेर से मुन्ना भदौरिया और लहार से रसालसिंह शामिल हैं।

गृहमंत्री अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को गुरुमंत्र देते हुए कहा था कि वे चुनाव में सपा और बसपा की मदद करें, क्योंकि यह कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएंगे, लेकिन उनका यह दांव उलटा पड़ता नजर आ रहा है। भिंड जिले की एक विधानसभा सीट से संजीव कुशवाह भाजपा छोड़ बसपा में शामिल हुए व चुनाव में डटे हुए हैं। यहां से भाजपा ने नरेंद्र कुशवाह को टिकट दिया है। वहीं अटेर विधानसभा से मुन्ना भदौरिया सपा उम्मीदवार बनाए गए हैं। यहां से भाजपा ने अरविंद भदौरिया को उतारा है। वहीं लहार से रसालसिंह मैदान में डटे हैं। यह भी टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बसपा में शामिल हुए थे। इस सीट से भाजपा ने अमरीश शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में शाह के गुरुमंत्र पर कार्यकर्ता काम करेंगे तो ग्वालियर-चंबल संभाग में कांग्रेसियोंं की जीत आसान होगी, जिससे भाजपा को बड़ा नुकसान होगा।

भाजपा घोषित कर सकती है घोषणा-पत्र
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में नामांकन भरने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब नामांकन की जांच और नाम वापसी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बीच मध्यप्रदेश भाजपा आज अपना घोषणा पत्र जारी कर सकती है। हालांकि घोषणा-पत्र में शामिल कई मुद्दों का ऐलान मुख्यमंत्री पहले ही कर चुके हैं।