ग्वालियर। 57 वर्षों बाद जीती कांग्रेस की महापौर को पूरा नगर निगम अमला व अधिकारी फेल करने पर आमादा हैं। महापौर के तमाम निर्देशों के बाबजूद निगम के अधिकारी कर्मचारी उनके आदेशों पर अमल नहीं कर रहे हैं। महापौर ग्वालियर को आधुनिक शहर व साफ सुथरे शहर में परिवर्तित करना चाहती है, लेकिन जाने क्यूं अधिकारी कर्मचारी उनके आदेशों पर त्वरित कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
विशेष बात यह है कि जिम्मेदार निगम अधिकारियों को हटाकर उनके स्थान पर उनके ही जूनियर कर्मचारी अधिकारी प्रभारी बनाये जा रहे हैं, जिससे निगम का काम ठप्प हो गया है। इधर महापौर भी निगम अधिकारियों के रवैये से हैरान है। वह शहर की सड़कों से लेकर स्ट्रीट लाइटों की दुर्दशा पर तत्काल कार्य कराने के निर्देश भी दे चुकी हैं। लेकिन ग्वालियर की सड़कों की जर्जर हालत, खुदी सड़कों से उड़ती धूल से आम राहगीर व वाहन चालक परेशान हैं। इसी प्रकार स्मार्ट सिटी कारपोरेशन ने शहर की स्ट्रीट लाइटों का भटटा बैठा रखा है। आधा शहर स्ट्रीट लाइटें ठीक न होने से अंधेरे में डूबा हैं और स्मार्ट सिटी के अधिकारी केवल मलाई वाले कामों में व्यस्त हैं।
इधर कांग्रेस की महापौर बनी डा. शोभा सतीश सिकरवार अपना पद सम्हालने के बाद सड़क, स्ट्रीट लाइट व पानी के मुददों पर अपनी प्राथमिकता के क्रम में निगम की लापरवाही पर सार्वजनिक आक्रोश भी जता चुकी है। उनके निर्देशों पर निगम अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं और उन्हें बैठकों में शोपीस की तरह बिठाये रखते हैं। जबकि महापौर डा. शोभा सतीश सिकरवार का सपना ग्वालियर को इंदौर की तर्ज पर विकसित और आधुनिक शहर बनाना है, वह शहर की सड़कों के लिये भी विशेष कार्ययोजना पर ध्यान दे रही है ताकि शहर की सड़कें धूल गंदगी मुक्त हों। 
अब महापौर भी निगम अधिकारियों की मनमानी पर कड़े तेवर में है और वह अब ग्वालियर के हित में सख्ती भी करने के मूड में हैं।