मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में कानून व्यवस्था के बिगड़े हालात को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दो पूर्व विधायकों के नेतृत्व में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. कांग्रेस के नेताओं ने इस दौरान मुरैना के एसपी कार्यालय में पहुंचकर पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन भी सौंपा. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यदि आगे भी यही स्थिति बनी रही तो पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.

मुरैना जिले के कांग्रेस के पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार और रविंद्र सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सोमवार को लोगों ने सड़क पर उतरकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया. पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह ने बताया कि मुरैना जिले में लगातार कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते आ रहे हैं. मुरैना में दिनदहाड़े गोली मारी जा रही है.

कांग्रेस नेता कई बार पुलिस अधिकारियों को बिगड़ी कानून व्यवस्था के बारे में अवगत करवा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है. इसके विरोध में कांग्रेस के कार्यकर्ता 4 मार्च को सड़कों पर पैदल चलकर एसपी कार्यालय पहुंचे और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ को ज्ञापन सौंपा. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक कुछ आपराधिक मामलों का जिक्र करते हुए ज्ञापन सौंपा गया है.

कांग्रेस के नेताओं ने कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक बताते हुए सिलयथा गांव में एक युवक की गोली मारकर हत्या करने जैसी वारदातों का उदाहरण दिया. इसके अलावा, दिनदहाड़े मेडिकल स्टोर संचालक के साथ मारपीट और फायरिंग की घटना का भी अपने ज्ञापन में जिक्र किया है. इतना ही नहीं, मुरैना के रूअर गांव में हुई गोलीबारी की घटना का उल्लेख भी ज्ञापन में किया गया है.

कांग्रेस के विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार ने बताया कि पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन देते हुए 7 दिन का समय दिया गया है. यदि मुरैना जिले की कानून व्यवस्था 7 दिन के भीतर नहीं सुधरी तो कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.