मुरैना: मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है. पिछले कुछ दिनों में एमपी कांग्रेस के संगठन में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं. ऐसा ही एक बड़ा बदलाव कांग्रेस में फिर देखने को मिला है. जहां चंबल अंचल से आने वाले कांग्रेस के विधायक ने जिला अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सौंप दिया है. बताया जा रहा है कि उनकी जगह पर जल्द ही किसी नए नेता की नियुक्ति हो सकती है.

दरअसल, मुरैना से कांग्रेस विधायक राकेश मावई (Rakesh Mavai) मुरैना में जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे. वे पिछले 12 साल से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष थे, जबकि 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में वह मुरैना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक चुने गए थे. ऐसे में उन्होंने बुधवार को भोपाल पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को इस्तीफा सौंप दिया है.

राकेश मावई को उनकी कर्मठता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें विधानसभा का टिकट दिया और इसके बाद वे मुरैना विधानसभा से विधायक चुने गए. विधायक बनने के बाद राकेश मावई संगठन को समय नहीं दे पा रहे थे. इसके साथ ही कमलनाथ ने पार्टी में एक व्यक्ति एक पद की बात भी कही थी. इसी बात को ध्यान में रखते हुए राकेश मावई ने बुधवार को भोपाल पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.

राकेश मावई का कहना है कि वह पिछले 12 साल से मुरैना कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के पद पर थे, इस दौरान पार्टी ने कई उपलब्धियां हासिल की है. उनके कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में मुरैना जिले की सभी 6 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि मुरैना में पहली बार कांग्रेस का महापौर भी उन्हीं के कार्यकाल में बना है. राकेश का कहना है कि एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का अनुसरण उन्होंने किया है और किसी अन्य जिम्मेदार व्यक्ति को यह पद सौंप देना चाहिए इसलिए उन्होंने जिला अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है.

बता दें कि 2020 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने राकेश मावई को मुरैना विधानसभा सीट से टिकट दिया था, जहां उन्होंने बीजेपी के रघुराज सिंह कंसाना को चुनाव हराया था. विधायक बनने के बाद से ही राकेश मावई दौहरी जिम्मेदारी संभाल रहे थे. बताया जा रहा है कि अब जिला अध्यक्ष के पद पर जल्द ही किसी नए नेता की नियुक्ति हो सकती है.