इंदौर: इंदौर में बीजेपी ने कांग्रेस को एक और बड़ा झटका दिया. कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया और वह बीजेपी में शामिल हो गए. जिससे इंदौर में एक तरह से बीजेपी को वॉकओवर मिल गया है. खास बात यह है कि अक्षय कांति बम कोई पहला नाम नहीं हैं जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं, विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक पार्टी के कई बड़े नेता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. जबकि लोकसभा चुनाव के बीच में भी यह सिलसिला जारी है.
इंदौर जिले में विधानसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस बिखरती जा रही है, अब तक पार्टी के 7 बड़े नेता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. इनमें से कई नेता विधानसभा चुनाव में हार गए थे, जबकि कई नेता टिकट न मिलने के बाद से ही नाराज बताए जा रहे थे. ऐसे में जब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी हार हुई तो कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी. जिनमें कई पूर्व विधायक भी शामिल हैं, इसके अलावा जीतू पटवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से भी कई नेता नाराज थे. जबकि अब अक्षय कांति बम ही चुनाव के बीच में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में पहुंच गए हैं.
विधानसभा चुनाव के बाद से इंदौर-1 सीट से पूर्व विधायक संजय शुक्ला, देपालपुर से पूर्व विधायक विशाल पटेल बीजेपी में शामिल हुए थे. इन दोनों नेताओं ने कांग्रेस के टिकट पर ही 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव में हार के बाद दोनों बीजेपी में शामिल हो गए. इसी तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे पंकज संघवी, महू विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे रामकिशोर शुक्ला, महू सीट से पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. अंतर सिंह दरबार विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने की वजह से नाराज थे, उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए. जबकि इंदौर-5 से टिकट की मांग कर रहे स्वप्निल कोठारी भी चुनाव के बाद बीजेपी में शामिल हो गए थे, जबकि वह कांग्रेस में प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते थे.
अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने के बाद अब इंदौर लोकसभा सीट पर फिलहाल कोई मजबूत प्रत्याशी बीजेपी के विरोध में नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस का बम एक तरह से कांग्रेस पर ही फूट गया. अक्षय कांति बम सातवें ऐसे बड़े नेता हैं जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. अक्षय कांति बम विधानसभा चुनाव में भी टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन तब पार्टी ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा था जिसके बाद पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट दिया था, लेकिन नामांकन वापसी के आखिरी दिन उन्हें अपना नाम वापस लेकर सबको चौंका दिया. दरअसल, 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इंदौर जिले की सभी 9 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी, कांग्रेस का विधानसभा चुनाव में खाता भी नहीं खुला था, ऐसे में लोकसभा चुनाव भी कांग्रेस की प्रतिष्ठा से जुड़ा था. लेकिन आखिरी वक्त में कांग्रेस प्रत्याशी ने ही नामांकन वापस लेकर पार्टी की राह मुश्किल कर दी है.