भोपाल: रविवार (3 सितंबर) प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिला मुख्यालय स्थित बढ़ियाखेडी औद्योगिक क्षेत्र में आईटीसी औद्योगिक ईकाई का भूमि पूजन करने आ रहे हैं. पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना ने इसे चुनावी भूमि पूजन बताया है. उन्होंने कहा आज से दस साल पहले भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर-भोपाल बायपास स्थित ग्राम शेरपुर में रेल डीजल इंजन कारखाने का भूमिपूजन किया था, फिलहाल कारखाने का अता पता नहीं. यहां पर सिर्फ दौलतराम इंडस्ट्रीज का बोर्ड दिखाई देता है.
पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने सीएम रहते सीहोर जिला मुख्यालय के लिए कुछ नहीं किया. वह सीहोर को रोजगार दिलाने में नाकाम रहे हैं. यह सिर्फ चुनावी झांसा है. रोजगार के लिए कुछ नहीं किया इसलिए यहां बेरोजगारों की बड़ी फौज तैयार हो गई है. उन्होंने कहा, जनता को लुभाने के लिए वह झूठे वादे और घोषणाएं करते हैं.
कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर में नर्मदा जल लाने का वादा किया था. नर्मदा जल नहीं ला सके, क्योंकि इनकी सीहोर को विकसित करने की कभी मंशा ही नहीं रही. मेडिकल कॉलेज की सौगात सीहोर को मिलनी थी, अपनी विधानसभा बुधनी में ले गए. आज सीहोर मुख्यालय पर एक भी बड़ा कारखाना नहीं है. उन्होंने कहा कि, शिवराज सिंह चौहान को सीएम रहते करीब 18 साल हो चुके हैं, लेकिन इन्होंने यहां उद्योग धंधे स्थापित करने के प्रयास नहीं किए. सीहोर के विकास में भेदभाव किया गया है.
सीहोर के विकास को लेकर रमेश सक्सेना ने कहा कि सीहोर धार्मिक नगरी के रूप स्थापित हो चुका है, जहां पर दूर दूर से श्रृद्धालु चिंतामन गणेश मंदिर और कुबेरेश्वर धाम में दर्शन करने आते हैं. हालांकि अनेक ट्रेनों का सीहोर रेलवे स्टेशन पर स्टापेज नहीं है. शहरवासियों द्वारा लगातार रेल स्टापेज की मांग उठाई जा रही है. धरना प्रदर्शन, आंदोलन भी किए गए, लेकिन सीएम शिवराज सिंह चौहान और अन्य बीजेपी के नेता इस ओर रूचि नहीं ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब जब प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, तो यह फिर से अपने झूठ का पिटारा लेकर आए हैं. जनता इनके झांसे में नहीं फंसने वाली.