नई दिल्ली । देश में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के बहस के बीच पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलांगना में और अपने समय से ही विधानसभा का चुनाव होंगे। भारतीय निर्वाचन आयोग इन राज्यों में चुनाव कराने की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। उम्मीद जताई जा रही है कि 15 सितंबर के बाद आयोग कभी भी इन राज्यों में विधानसभा के चुनाव कराने का घोषणा कर सकता है।
दरअसल, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ कराने के लिए कानून में संशोधन का सुझाव देने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में समिति गठित किए जाने के बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव टल सकते हैं। निर्वाचन द्वारा विधानसभा की चुनाव की तैयारियों ने इस पर विराम लगा दिया।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार की अगुवाई में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों का दल पिछले तीन दिन से मध्य प्रदेश में चुनाव तैयारियों की समीक्षा और अंतिम रूप देने में जुटा है। सीईसी राजीव कुमार के साथ चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और अरुण गोयल हैं।
इससे पहले, भारतीय निर्वाचन आयोग की टीम मिजोरम और छत्तीसगढ़ जाकर चुनाव तैयारियों की समीक्षा बैठकें करने और इसे अंतिम रूप देने का निर्देश दे चुकी है। सूत्रों के मुताबिक मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में निर्वाचन आयोग अगले सप्ताह राजस्थान और तेलांगना का दौरा करेगी।
इन दोनों राज्यों में चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने और अंतिम रूप दिए जाने के बाद आयोग पांचों राज्यों में चुनाव की घोषणा करेगी। सूत्रों ने बताया कि आयोग 15 सितंबर के बाद कभी भी पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकती है।