मध्यप्रदेश में अमूमन दिसंबर से कड़ाके की ठंड की शुरुआत हो जाती है। पिछले 10 साल के आंकड़े यही ट्रेंड बताते हैं। ठंड के साथ बारिश और गर्मी का ट्रेंड भी है। शुक्रवार सुबह भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और खंडवा में बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अबकी बार वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), चक्रवात और ट्रफ लाइन एक्टिव है, जिससे बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना हुआ है।

आज भी बारिश के आसार

भोपाल स्थित मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान पर बना हुआ है। एक प्रेरक ऊपरी हवा का घेरा उत्तरी पश्चिमी राजस्थान पर 3.1 किमी की ऊंचाई पर बना है। दक्षिणी पश्चिमी मप्र तक एक द्रोणिका भी गुजर रही है। इन सिस्टम के प्रभाव से शुक्रवार को इंदौर जिले में बादल छाने के साथ हल्की वर्षा की गतिविधियां भी दिखाई देंगी।

इन जिलों में होगी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, पन्ना, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, इंदौर ,उज्जैन, देवास, आगर मालवा, गुना ,अशोकनगर ,शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया ,भिंड ,मुरैना ,झाबुआ ,रतलाम, मंदसौर और नीमच में कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई है. प्रदेश में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रीवा और न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रायसेन में दर्ज किया गया.

सुबह दृश्यता में गिरावट व कोहरे का असर

सुबह 5.30: 1500 मीटर

सुबह 6.30: 600 मीटर

सुबह 7.00: 400 मीटर

सुबह 7.30: 400 मीटर

सुबह 8.00: 700 मीटर

सुबह 8.30: 150 मीटर

सुबह 9.00: 700 मीटर

सुबह 9.30: 1000 मीटर

सुबह 10.00: 1100 मीटर

सुबह 10.30: 1500 मीटर

सुबह 11.30: 3 हजार मीटर

पिछले 10 वर्षों में दिसंबर का तापमान

वर्ष अधिकतम न्यूनतम 24 घंटे में उच्चतम वर्षा मासिक कुल वर्षा

2013 28.6 8.8 10.4 10.8

2014 30.4 5.0 4.2 7.0

2015 33.0 7.0 0 0

2016 31.5 9.1 0 0

2017 29.5 8.8 0.8 0.8

2018 28.7 6.6 0 0

2019 29.4 6.6 0 0

2020 31.6 8.0 10.1 11.4

2021 28.3 6.5 10.0 19.2

2022 29.8 10.1 3.2 3.2

इंदौर में दिसंबर में सर्वाधिक

उच्चतम अधिकतम तापमान : 31 दिसंबर 2015 को 33 डिग्री

निम्नतम न्यूनतम तापमान: 27 दिसंबर 1936 को 1.1 डिग्री

सर्वाधिक कुल मासिक वर्षा: 1967 में 108.5 मिमी

24 घंटे में सर्वाधिक वर्षा: 17 दिसंबर 2009 को 53 मिमी

बारिश के साथ ओला पड़ने के आसार
मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिनों तक प्रदेश में ऐसा ही मौसम बना रहेगा. भोपाल समेत कई शहरों में 1 दिसंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर से आ रही नमी के वजह से मौसम का मिजाज बदलेगा. अरब सागर में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बन रहा जिसके चलते आज प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहेंगे.