नई दिल्ली: ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल और गैस की बढ़ती कीमतों का असर भारत में ग्राहकों के ऊपर पड़ रहा है. पिछले कुछ महीनों के दौरान देश में कई बार सीएनजी (CNG), पीएनजी (PNG) और एलपीजी (LPG) के दाम बढ़ाए गए हैं. देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर मुंबई (Mumbai) के लोगों के लिए इस बाबत एक बुरी खबर है. मुंबई में सीएनजी और पीएनजी के दाम एक बार फिर से बढ़ाए गए हैं. सीएनजी और पीएनजी के बढ़े दाम आज से प्रभावी हो गए हैं.

मुंबई में इतने बढ़े सीएनजी-पीएनजी के दाम
सरकारी गैस वितरण कंपनी महानगर गैस लिमिटेड (Mahanagar Gas Limited) ने मुंबई में सीएनजी और पीएनजी के दाम बढ़ाने का ऐलान मंगलवार को किया था. कंपनी ने कहा था कि शहर में सीएनजी के दाम 4 रुपये प्रति किलो और पीएनजी के दाम 3 रुपये प्रति एससीएम बढ़ाए गए हैं. कंपनी ने कहा कि गैस के मामले में बढ़ते इनपुट कॉस्ट और रुपये में लगातार आ रही गिरावट के चलते उसे सीएनजी-पीएनजी के दाम बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ा है.

इस कारण बाहर से गैस खरीदती है कंपनी
महानगर गैस लिमिटेड घरेलू बाजार में खुदरा बिक्री के लिए अन्य देशों से ठीक-ठाक गैस की खरीदारी करती है. ऐसा उसे डिमांड की तुलना में घरेलू गैस के कम आवंटन के कारण पड़ता है. इसी कारण गैस की वैश्विक कीमतें और रुपये की वैल्यू का उसके ऊपर डाइरेक्ट असर पड़ता है. दाम बढ़ाए जाने के बाद मुंबई और आस-पास के इलाकों में अब सीएनजी की कीमत बढ़कर 80 रुपये प्रति किलो हो गई है. इसी तरह पीएनजी की नई कीमत 48.50 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर हो गई है.

गैस की कीमतों, सप्लाई पर सरकार का कंट्रोल
आपको बता दें कि उदारीकरण के बाद भी नेचुरल गैस की कीमतों (Natural Gas Prices) और सप्लाई पर बड़े हद तक सरकार का कंट्रोल है. सरकार साल में दो बार गैस की कीमतें और आपूर्ति की मात्रा निर्धारित करती है. केंद्र सरकार एक अप्रैल के बाद घरेलू और आयातित नेचुरल गैस की कीमतें 110 फीसदी से ज्यादा बढ़ा चुकी है. इसके चलते राज्य सरकारों के द्वारा एक अप्रैल के बाद वैट में की गई कमी बेअसर हो गई है. राज्य सरकारों ने इस दौरान गैस पर वैट (VAT) की दरें 3.5 फीसदी से 13.5 फीसदी तक कम की हैं.