मुंबई। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद से देश में कोविड केस लगातार हल्की वृद्धि होती जा रही हैं। अधिकांश राज्यों ने अपने यहां कोरोनो पाबंदियों को हटा लिया है। लोगों में भी कोरोना संक्रमण को लेकर डर कम हो गया है। लेकिन वैज्ञानिक अभी भी कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को राजनीतिक दलों से अपील की कि वे राज्य में कोविड-19 के डेली केसों में हल्की वृद्धि के मद्देनजर भीड़ जमा होने से बचने के लिए तत्काल विरोध प्रदर्शन, जनसभा और अन्य कार्यक्रमों को रोकें।
‘त्योहार बाद में मना सकते हैं’ ठाकरे ने एक बयान में कहा, ‘हम बाद में पर्व मना सकते हैं। हम अपने नागरिकों की जिंदगी और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। दैनिक मामलों में वृद्धि के मद्देनजर हालात नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कौन पर्व मनाने और धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाना चाहेगा? लेकिन लोगों की जिंदगी अहम है।’
‘तीसरी लहर दरवाजे पर खड़ी है’ मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘आने वाले त्योहारों के समय अहम और चुनौतीपूर्ण हैं। यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राजनीतिक दलों की है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं जाए। कोविड-19 की तीसरी लहर आपके दरवाजे पर खड़ी है। केरल में रोजाना 30 हजार मामले आ रहे हैं। यह खतरनाक संकेत हैं और अगर हमने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो महाराष्ट्र को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।’
रविवार को मिले 4 हजार मरीज आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मुंबई में गत कुछ दिनों से रोजाना 400 से अधिक कोविड-19 के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र में रविवार को संक्रमण के 4,057 नए मामले आए, जिन्हें मिलाकर राज्य में अबतक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 64,86,174 हो गई है। वहीं, रविवार को हुई 67 संक्रमितों की मौत से राज्य में कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या कुल 137,774 हो गई है।