भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी व रिटायर्ड आईएएस आनंद शर्मा ने अपना पद छोड़ दिया है. सरकार ने तत्काल प्रभाव से उनका इस्तीफा भी मंजूर कर लिया. बीते मंगलवार को निर्वाचन आयोग द्वारा उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद शाम को ही ओएसडी शर्मा द्वारा इस्तीफा दिए जाने से कई सवाल भी उठ रहे हैं. इस्तीफे का कनेक्शन उपचुनाव से जोड़ा रहा है. चर्चा है कि एमपी में होने वाले उपचुनावों में शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. सीएम का ओएसडी रहते वे इस जिम्मेदारी को नहीं निभा सकते थे, इसलिए ही उनको इस्तीफा दिलवाया गया है.
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने खंडवा लोकसभा सीट के साथ पृथ्वीपुर, जोबट और रैंगाव विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान मंगलवार की दोपहर को किया. इन सीटों पर 30 अक्टूबर को मतदान और 2 नवंबर को मतगणना की जाएगी. चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद ही शाम को ओएसडी शर्मा ने इस्तीफा दे दिया. शर्मा कई जिलों के कलेक्टर के साथ ही सागर व उज्जैन संभाग के कलेक्टर भी रह चुके हैं.
चर्चा है कि आनंद शर्मा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेहद भरोसेमंद व चहेते अफसरों में से एक माने जाते हैं. इसलिए प्रदेश में होने वाले उपचुनावों का ऐलान होने के बाद आचार संहिता लगते ही उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. सूत्रों के मुताबिक उपचुनाव के इस दौर में आनंद शर्मा मुख्यमंत्री के साथ रहेंगे. माना जा रहा है कि अगर आनंद शर्मा इस्तीफा नहीं देते तो वह सीएम शिवराज के साथ चुनावी सभाओं में शामिल नहीं हो पाते. ऐसे में अब इस्तीफा देने के बाद वह प्रचार में मुख्यमंत्री के साथ रह सकेंगे. बता दें कि कुछ साल पहले आईएएस अफसर अरुण भट्ट ने भी इसी तरह से मुख्यमंत्री के ओएसडी पद से इस्तीफा दिया था.