भोपाल । एमपी में CM मोहन यादव के एक बयान पर सियासी हंगामा बरपा है। मोहन यादव ने बुधवार को उज्जैन में कहा कि राहुल गांधी राजनीति के लायक नहीं हैं। राहुल गांधी जबरदस्ती के नेता बने हैं। राहुल ने महुआ खाकर अपनी आदतों के बारे में बता दिया है। बता दें कि जंगलों में आदिवासी समाज के लोग महुआ के फूल का इस्तेमाल शराब बनाने में भी करते हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव के बायान की कांग्रेस ने निंदा की है। कांग्रेस का कहना है कि सीएम मोहन यादव ने आदिवासी रीति-रिवाजों और परंपराओं का अपमान किया है।

दरअसल, राहुल गांधी सोमवार को चुनावी सभा के लिए शहडोल गये थे। मंगलवार की सुबह शहडोल से उमरिया जाते वक्त राहुल गांधी रास्ते में रुके और महुआ फूल चुन रही महिलाओं से बातचीत की। राहुल गांधी ने कुछ महुआ के फूल भी चखे। कांग्रेस ने इस वाकए का एक वीडियो एक्स पर पोस्ट किया। कांग्रेस ने लिखा महुआ आदिवासी समुदाय के लिए जंगल आजीविका का मुख्य स्रोत है। इसी वजह से हमने आदिवासियों की जल-जंगल-जमीन की रक्षा करने का प्रण लिया है।

राहुल गांधी की यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव से उज्जैन में जब संवाददाताओं ने प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं हैं। वह जबरदस्ती के नेता हैं। उनका पिंड राजनीति लायक नहीं है। यदि उन्हें महुआ चुनना होगा तो हम मध्य प्रदेश में उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने महुआ (फूल) खाकर बता दिया कि उनके शौक क्या हैं। सीएम के इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ी नाराजगी जताई है।

कांग्रेस ने मोहन यादव की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने आदिवासी रीति-रिवाजों और परंपराओं का अपमान किया है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन आदिवासियों का अपमान किया है जो कई रूपों में महुआ का इस्तेमाल करते हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव को आदिवासियों से तुरंत माफी मांगनी चाहिए अन्यथा हम उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं भाजपा नेताओं ने इस मसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।