भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज कैबिनेट की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना को आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया। यह योजना सेअनाथ बच्चों के लिए सरकार का बड़ा फैसला माना जा रहा है।

दरअसल मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत आश्रम या बाल संस्था छोड़ने वाले बच्चों के लोए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ऐसे बच्चे जो बाल संस्था छोड़ने इंटर्न्शिप करना चाहते है उन सभी को 5 हजार रुपय दिए जाएंगे। इसके साथ ही आजीविका व्यय के लिए भी पैसे दिए जाएंगे। आयुष्मान भारत समेत कई योजनाओं का लाभ पात्र बच्चों को मिलेगा। वहीं संयुक्त खातों में भी पैसे डाले जाएंगे।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि आश्रम में रहने वाले अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना में बाल संस्थाओं को छोड़ने वाले 18 साल के बच्चों को पांच हजार रुपए प्रतिमाह देंगे। नीट, जेईई, क्लैट के लिए पांच हजार रुपए दिए जाएंगे। वहीं 24 साल की उम्र तक इनको पढ़ाई के लिए सरकार से मदद मिलेगी। अधिकतम 18 साल तक दो हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने के साथ ही आयुष्मान योजना से इलाज कराने के प्रावधान किए गए हैं।

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में नारी सम्मान कोष बनेगा। मुख्यमंत्री उद्यम शक्ति योजना से 4 फीसदी ब्याज लिया जाता था अब इसे दो प्रतिशत कर दिया जाएगा। इससे स्व सहायता समूहों को फायदा होगा। इसमें महिला वित्त विकास निगम के सुदृणीकरण का प्रावधान किया गया है। साथ ही इसके शक्ति पोर्टल बनाया जाएगा।

कैबिनेट में हुए फैसले की जानकारी देते हुए गृह मंत्री ने कहा किसानों को 0% ब्याज पर निरंतर ऋण देने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही छिंदवाड़ा की पेंच वृहद परियोजना के लिए 3395 करोड़ रुपए अनुमोदित किया गया है। पेंच वृहद परियोजना से 12,6648 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।