नई दिल्ली। राहुल गांधी को जबरन कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनाया जा सकता, यदि वह यह पद नहीं संभालना चाहते। कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि यदि राहुल गांधी पार्टी का अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं तो फिर हम उसके लिए दबाव नहीं बना सकते। इससे पहले सोमवार को ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल लेना चाहिए। उनका कहना था कि देश भऱ के कांग्रेसी उनकी ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। यदि वह पद संभाल लेते हैं तो कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को खुशी होगी।
कांग्रेस में 20 सितंबर तक अध्यक्ष का चुनाव होना है, लेकिन अब तक स्थिति साफ नहीं हो सकी है। राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में उतरने के संकेत नहीं दिए हैं। 2019 में पार्टी चीफ के पद से इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी लगातार इस पद को संभालने से इनकार करते रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि हाल ही में उन्होंने एक बार फिर से जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया है।
दिग्विजय सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि सभी जानते हैं कि कांग्रेस के लोग राहुल गांधी से लगातार अध्यक्ष बनने की अपील कर रहे हैं। यह उन पर ही निर्भर करता है। आप किसी से जबरदस्ती कैसे कर सकते हैं? हम तो सभी को साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी का भविष्य उज्ज्वल है। सोमवार को ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि राहुल गांधी को देश भऱ के कांग्रेसियों की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए और अध्यक्ष पद स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा था, ‘यदि राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो देश का हर कांग्रेसी निराश होगा। इसके चलते बहुत से लोग घर बैठ जाएंगे और हमें निराशा होगी। उन्हें खुद ही यह पद स्वीकार कर लेना चाहिए। कांग्रेसियों की भावनाओं को समझना चाहिए।’ उनका कहना था कि कांग्रेस में एकतरफा राय यही है कि राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बन जाएं। इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें पद स्वीकार करना चाहिए।