सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पिछले महीने से जानबूझकर जम्मू कश्मीर के आम नागरिकों को निशाना बना रहे पाकिस्तान की नापाक हरकतों को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) की ओर से बनाया गया प्लान सफल होता दिख रहा है. आलम यह है कि BSF के ‘ऑपरेशन अर्जुन’ से पाकिस्तान इतना परेशान हो गया है कि उसे सीजफायर करने की अपील करनी पड़ी है. सेना के अफसर के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर में कहा गया है कि पिछले महीने से पाकिस्तान स्नाइपर्स की हेल्प से भारतीय नागरिकों और सैनिकों को निशाना बना रहा था. सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ऑपरेशन अर्जुन शुरू किया है.
सेना के अधिकारी के हवाले से बताया जा रहा है कि ऑपरेशन अर्जुन से परेशान होकर इस्लामाबाद ने 3 दिन पहले सेना से संपर्क कर सीजफायर करने को कहा था. उन्होंने बताया कि बार्डर इलाके में पाकिस्तान के पूर्व सैनिक, आईएसआ, ईपाक रेंजर्स के कई अधिकारी रहते हैं. यहां उनका घर और खेती-बाड़ी भी है. ये सभी लोग आतंकियों को भारत में घुसपैठ करने में मदद करते हैं. वे लगातार भारत विरोधी अभियान चला रहे हैं.
इससे निपटने के लिए बीएसएफ ने ऑपरेशन अर्जुन चलाया है. इसके तहत बीएसएफ कम दूरी तक वार करने वाले हथियारों से पाकिस्तान के इलाके में हमले करती है. दावा है कि इसमें पाकिस्तानी रेंजर्स के सात सैनिक और 11 नागरिक मारे गए हैं. इसके अलावा इस ऑपरेशन के तहत लंबी दूरी के 81 एमएम वेपंस के इस्तेमाल से पाक सेना और रेंजर्स के कई आउट पोस्ट तबाह किए गए हैं. सेना की ओर से कहा गया है कि जब पाकिस्तान हमारी सरहदों में ताक-झांक करेगा तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे.
सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि ऑपरेशन अर्जुन के बाद पाक रेंजर्स के पंजाब डीजी मेजर जनरल अजगर नवीद हायत खान ने बीएसएफ डायरेक्टर के.के.शर्मा से सप्ताह में दो बार फायरिंग रोकने की अपील की. शर्मा ने पाकिस्तान की ओर से बिना उकसाहट की जा रही गोलीबारी पर कड़ा विरोध जाहिर किया. शर्मा को पाकिस्तान की तरफ से पहला कॉल 22 सितंबर को आया और दूसरा 25 सितंबर को किया गया. शर्मा ने खान से कहा कि उनके जूनियर 12वीं चेनाब रेंजर्स के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान का रवैया उकसाहट भरा रहा है, जिससे दोनों तरफ गोलीबारी का खतरा बढ़ रहा है.