भोपाल। राजधानी में हुए जेल ब्रेक कांड के बाद जेल विभाग ने अपने जेल प्रहरियों को आतंकियों से लोहा लेने के हुनर में पारंगत करने का फैसला लिया है। इसके तहत जेल प्रहारियों को बार्डर सिक्युरिटी फोर्स की अकादमी टेकनपुर में कमांडो ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। प्रशिक्षण पाने वालों में महिला जेल प्रहरी भी शामिल हैं। इस दौरान इन्हें निहत्थे होते हुए भी हथियारबंद लोगों से निपटने के गुर सिखाए जाएंगे।
हम बता दें कि भोपाल स्थित सेंट्रल जेल से दो साल पहले आठ सिमी आतंकी फरार हुए थे। इनका मुकाबला करते हुए एक जेल प्रहरी रमाशंकर यादव शहीद हो गए थे। इसमें आतंकियों के सामने जेल प्रहरी कमजोर साबित हुए थे। इसे देखते अब इन्हें बार्डर सिक्युरिटी फोर्स की तरह ट्रैनिंग दी जा रही है। इस दौरान कमांडो की तरह मजबूत बनाया जाएगा। जेल प्रहारियों को बीएसएफ के बेहतरीन अफसर ट्रेनिंग दे रहे हैं।
छह माह तक रहेंगे जेल प्रहरी
जेल प्रहरियों को इसी माह भेजा गया है। वे छह माह तक बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर टेकनपुर जिला ग्वालियर में रहेंगे। उनको जेल में आने वाली हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है। 183 जेल प्रहरियों का यह पहला बेच है, जो बीएसएफ अकादमी में ट्रेनिंग ले रहा है। इसके बाद दूसरा बेच जाएगा। हम बता दें कि पहले यह ट्रेनिंग जेल मुख्यालय में ही होती थी।