उज्जैन । मध्यप्रदेश के उज्जैन में काल भैरव मंदिर में काम करने वाले एक कर्मचारी ने महाराष्ट्र की युवती से चिंतामण गणेश मंदिर पर विवाह किया। विवाह के बाद चार दिन वह युवक के साथ रही और बाद में लाखों रुपये कीमत के गहने लेकर भाग गई। युवक ने महाकाल थाना पुलिस से सम्पर्क किया और लुटेरी दुल्हन तथा तीन अन्य लोगों को ओंकारेश्वर में गिरफ्तार करवाया।

पुलिस के अनुसार, कार्तिक चैक उज्जैन निवासी सचिन पुत्र राजेश तिवारी कालभैरव मंदिर में कर्मचारी है। सचिन का परिचय उसके मित्र भरत पण्डित ने महाराष्ट्र के देवलगांव निवासी विजय मूले पुत्र रामभाऊ से करवाया। विजय ने सचिन को बताया कि उसकी भतीजी निकिता पुत्री सखाराम जालना में रहती है। उसका विवाह करवाना है। वह गरीब परिवार से है। उसकी फोटो भी सचिन को दिखाई। इस पर सचिन ने ही विवाह प्रस्ताव रखा तथा अपने परिजनों से हामी भरवा दी। आपसी सहमति के बाद निकिता को लेकर विजय मूले उज्जैन आया। उसके साथ नारायण पिता रामाराव निवासी देवलगांव, परमेश्वर पिता रामेश्वर निवासी जालना व अन्य लोग आए। विवाह का पूरा खर्च सचिन ने उठाया। 19 फरवरी, 22 को यह विवाह सम्पन्न हुआ।

महाकाल थाना पुलिस के अनुसार निकिता शादी के चार दिन बाद लाखों रुपये के पुश्तैनी जेवर आदि लेकर 23 फरवरी की सुबह भाग गई। सचिन ने महाकाल थाना पुलिस को आवेदन सौंपा था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर सचिन और उसके परिजनों ने आरोपियों को तलाशना शुरू किया। उनसे सम्पर्क किया तथा बातों में उलझाकर तय किया कि वे ओंकारेश्वर आकर मिले। यहां महाराष्ट्र आरटीओ पासिंग बोलेरे जीप से जब नारायण,परमेश्वर और विजय मूले आए उनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों के साथ निकिता नहीं आई थी जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।